acn18.com/ राजस्थान के देवली-उनियारा (टोंक) में एसडीएम के थप्पड़कांड विवाद में जिला कलेक्टर डॉ सौम्या झा का पहला बयान सामने आया है। उन्होंने समरावता गांव में ग्रामीणों से कहा कि आचार संहिता के सभी मांगें पूरी होंगी। उन्होंने कहा कि बुधवार को हुए विवाद से पहले उन्होंने नरेश मीणा को 6 बार कॉल किया था, लेकिन उन्होंने बात नहीं की।
जिला कलेक्टर के साथ एसपी विकास सांगवान भी मौजूद थे। दोनों अधिकारियों ने गांव का जायजा भी लिया। वहीं, टोंक के निवाई में दोपहर तीन बजे नरेश मीणा की कोर्ट में पेशी होगी। इस बीच पुलिस ने टोंक, निवाई, देवली, उनियारा में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। यहां 4 हजार से ज्यादा जवानों की तैनाती की गई है।
इधर जयपुर में दो दिन से हड़ताल कर रहे RAS एसोसिएशन के मेंबर्स ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद हड़ताल खत्म कर दी है। एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर खराड़ी ने इसकी जानकारी दी।
जिला कलेक्टर की बड़ी बातें
- कलेक्टर सौम्या झा ने कहा कि हम जांच कर रहे हैं। सबकी बात सुनी जाएगी। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई करेंगे।
- लोगों के गायब होने पर उन्होंने कहा कि हमने पूरी लिस्ट बनाई है, हमारे पास पूरी सूचना है कि कौन लोग कहां हैं।
- गांव वालों की जो भी डिमांड है, उसे पूरा करने के लिए आगे प्रस्ताव भेजेंगे। आचार संहिता खत्म होने के बाद उनकी मांग पूरी की जाएगी।
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आखिर क्यों हो रहा है बवाल
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दरअसल, देवली-उनियारा विधानसभा के समरावता (टोंक) गांव में उपचुनाव में वोटिंग का बहिष्कार किया गया था। निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ग्रामीणों के साथ धरने पर थे। इसी दौरान नरेश मीणा ने अधिकारियों पर जबरन मतदान करवाने का आरोप लगाया। उन्होंने पोलिंग बूथ में घुसने की कोशिश की तो SDM अमित चौधरी ने उन्हें रोका। इसके बाद नरेश ने तैश में आकर उन्हें थप्पड़ मार दिया।
इसके बाद ग्रामीणों ने वोटिंग का टाइम खत्म होने के बाद पोलिंग पार्टियों को भी रोकने की कोशिश की। गुस्साए लोगों ने SP विकास सांगवान की गाड़ी भी तोड़ दी। इस बीच पुलिस ने रात करीब 9.30 बजे नरेश मीणा को हिरासत में ले लिया। मीणा के समर्थकों को जैसे ही इसकी जानकारी मिली, वे और भड़क गए।
सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण ने पुलिस जवानों को घेर लिया और मीणा को छुड़ाकर ले गए। पुलिस के लाठीचार्ज करने पर नरेश मीणा के समर्थक भड़क गए और पथराव-आगजनी कर दी। बवाल में 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए। इनमें 10 पुलिसवाले भी शामिल हैं। वहीं, गुरुवार सुबह करीब 9.30 बजे नरेश मीणा अचानक समरावता गांव पहुंचे और पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाए। दोपहर करीब 12 बजे नरेश मीणा को गिरफ्तार किया गया था।