acn18.com कोरबा/ दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के लिए भले ही कोरबा कमाऊ भले ही कोरबा कमाऊपूत बना हुआ है लेकिन उसके साथ सौतेला व्यवहार जारी है । रेल प्रबंधन ने अलग-अलग मार्गों की तीन एक्सप्रेस ट्रेन के रिजर्वेशन रूट से बिलासपुर को समाप्त कर दिया है। इसके कारण कोरबा क्षेत्र के रेल उपभोक्ताओं को आगामी दिनों में समस्याओं से जूझना पड़ेगा। रेलवे की चालबाजी का पता चलने पर लोग इस पर आपत्ति दर्ज करा रहे हैं।
कहने के लिए कोरबा जिले के गेवरा रोड स्टेशन से यात्री गाड़ियों का संचालन करने का दावा किया जा रहा है लेकिन हकीकत यह है कि लगभग 3 वर्ष से इस स्टेशन पर यात्री गाड़ी आई ही नहीं है। ऐसे में गेवरा दीपका और कुसमुंडा क्षेत्र के लोगों को ट्रेन के सफर के लिए कोरबा और बिलासपुर जाना होता है। वही कोरबा बालको नगर और जमनीपाली क्षेत्र में देश के विभिन्न राज्यों के लोग हजारों की संख्या में निवास करते हैं। अपने गंतव्य को जाने के लिए यह लोग ट्रेन के सहारे हैं। लेकिन समय के साथ रेलवे सुविधाओं को बढ़ाने के बजाय समाप्त करने पर तुला हुआ है और लोगों को परेशान भी किया जा रहा है। हाल में ही रेलवे ने एक सूचना जारी करने के साथ बता दिया है कि 1 मई 2023 से दुर्ग से भोपाल को चलने वाली अमरकंटक एक्सप्रेस बिलासपुर से नई दिल्ली संपर्क क्रांति एक्सप्रेस और दुर्ग छपरा सारनाथ एक्सप्रेस आने-जाने के समय बिलासपुर नहीं आएगी। इसे उसलापुर से आगे बाईपास किया जाएगा। ऐसे में संबंधित गाड़ियों की सेवा लेने वाले वर्ग को अतिरिक्त समय और रुपए खर्च करने होंगे। नागरिकों ने रेलवे के इस निर्णय को बेतुका और अव्यावहारिक बताया है।
कहा जा रहा है रेल सेवा व्यापक समुदाय से जुड़ा हुआ क्षेत्र है इसलिए इसे बेहतर किया जाना चाहिए। प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को इस दिशा में ध्यान देने की जरूरत है।
मध्य प्रदेश बिहार और नई दिल्ली के लिए चलने वाली तीन प्रमुख यात्री ट्रेनों के साथ यह परिवर्तन 1 मई से किया जा रहा है और अभी से ही इनमें बिलासपुर से रिजर्वेशन की सुविधा बंद कर दी गई है। नागरिकों का साफ तौर पर कहना है कि पहले से ही कोरबा क्षेत्र के लोग रेलवे के रवैया से परेशान हैं इसलिए उसे ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे लोग रेलवे ट्रैक पर उतर कर आंदोलन करें।