Acn18.com/राष्ट्रकवि गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर जी की 7 अगस्त को 83वीं पुण्यतिथि मनाई जा रही है। छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले से उनका गहरा नाता रहा है, जहां वे सन 1902 में अपनी पत्नी मृणालिनी देवी का इलाज करवाने सेनेटोरियम अस्पताल पहुंचे थे। जहां उनकी प्रतिमा स्थापित की गई है। यहां लोगों ने सोमवार को पहुंचकर श्रद्धांजलि दी।
गुरुकुल पेंड्रा रोड और सेनेटोरियम परिसर में रवींद्रनाथ टैगोर की यादें बसी हैं, जिनको संजोने की दिशा में छत्तीसगढ़ सरकार उनकी प्रतिमा स्थापित करवाने के साथ ही साथ स्मृति वाटिका भी बनाने जा रही है। अपनी पत्नी का इलाज कराने के समय यहां वे करीब 81 दिन रहे थे। इस दौरान उन्होंने कई कविताओं का लेखन भी किया था।
सोमवार को उनकी पुण्यतिथि पर गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के पत्रकारों और स्थानीय नागरिकों ने श्रद्धांजलि अर्पित की । वहीं पेंड्रा के पत्रकारों ने गुरुदेव की प्रतिमा स्थल और बरगद चबूतरे की सफाई कर गुरुदेव को याद किया साथ ही शासन प्रशासन से हर साल जिले में टैगोर महोत्सव मनाए जाने की मांग रखी।