acn18.com रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दो दिन के दौरे पर हिमाचल प्रदेश पहुंच गए। वहां कांग्रेस नेताओं के साथ उनकी ताबड़तोड़ बैठकें हो रही हैं। रविवार को भूपेश बघेल ने एक बैठक में सामान्य चर्चा की है। उसके बाद एक और दौर की चर्चा चली। सोमवार को उनकी प्रदेश पदाधिकारियों और चुनाव घोषणापत्र समिति के साथ अलग-अलग बैठकें होनी हैं। मुख्यमंत्री देर शाम रायपुर वापस लौटेंगे।
रविवार को राष्ट्रपति भवन में हुई नीति आयोग की बैठक के बाद मुख्यमंत्री दिल्ली से शिमला के लिए रवाना हुए। उनके साथ सचिन पायलट और राजीव शुक्ला भी शिमला पहुंचे। वहां हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने उनका स्वागत किया। बाद में मुख्यमंत्री ने स्थानीय नेताओं और चुनावी रणनीतिकारों के साथ बैठक की। बताया जा रहा है, इसमें 24 जुलाई की दिल्ली बैठक में लिए गए फैसलों को अमल में लाने की प्रक्रिया की समीक्षा हुई। स्थानीय मुद्दों और पार्टी से जुड़े मसलों पर बात हुई है। सोमवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सुबह 10.30 बजे शिमला में कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में दो अलग-अलग बैठकों में शामिल होने वाले हैं। इसमें से पहला प्रदेश पदाधिकारियों और प्रमुख नेताओं की होगी। दूसरी बैठक घोषणापत्र समिति की होगी। इसमें घोषणापत्र के चिन्हित मुद्दों और मसौदे पर चर्चा होनी है। यह बैठकें दोपहर बाद 3.30 बजे तक चलनी है। वहां से मुख्यमंत्री हेलीकॉप्ठर से चंडीगढ़ हवाई अड्डे जाएंगे। वहां से उन्हें रायपुर के लिए उड़ान पकड़नी है।
शिमला में स्थानीय नेताओं से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुलाकात की।
हिमाचल प्रदेश चुनाव में पार्टी के सीनियर ऑब्जर्वर हैं भूपेश
इस साल हिमाचल प्रदेश और गुजरात विधानसभा का चुनाव होना है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को हिमाचल प्रदेश में पार्टी का सीनियर ऑब्जर्वर बनाया है। उनके साथ सचिन पायलट को ऑब्जर्वर बनाया गया है। वहीं गुजरात के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सीनियर ऑब्जर्वर बनाकर छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ नेता टीएस सिंहदेव को ऑब्जर्वर बनाया है।
पिछले महीने छत्तीसगढ़ सदन में हुई थी बैठक
हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस नेताओं के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहली औपचारिक बैठक 24 जुलाई को दिल्ली के छत्तीसगढ़ सदन में हुई थी। करीब दिन भर चली बैठक में एआईसीसी के तीनों प्रतिनिधियों के साथ पंजाब कांग्रेस के प्रमुख नेता प्रताप सिंह बाजवा भी मौजूद थे। इसमें विधानसभा चुनाव में स्थानीय मुद्दे पर बात हुई थी। उसी बैठक में भूपेश बघेल के दौरे का कार्यक्रम भी तय हुआ था।