उत्तराखंड के उत्तरकाशी में शनिवार रात को बिजली गिरने से 350 से ज्यादा भेड़-बकरियां की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भटवाड़ी ब्लॉक के बारसू गांव के तीन लोग अपनी हजार से ज्यादा भेड़-बकरियों को ऋषिकेश से उत्तरकाशी लेकर जा रहे थे।
रात को वे डुंडा तहसील के खट्टूखाल के पास पहुंचे थे। इस दौरान लगातार बारिश हो रही थी और तेज आंधी चल रही थी। रात करीब 9 बजे बिजली गिरी और उसकी चपेट में आने से 350 से ज्यादा भेड़-बकरियों की मौत हो गई।
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद से 12 किलोमीटर दूर ग्राम मोहेरा के समीप पहाड़ी पर स्थित निरई माता का मंदिर है और ये मंदिर साल में एक बार चैत्र नवरात्र में पड़ने वाले पहले रविवार को ही सिर्फ पांच घंटे के लिए खुलता है। वहां अपने आप ही ज्योत प्रज्वलित होती हैं। महिलाओं को प्रवेश और पूजा-पाठ की इजाजत नहीं है।
आमतौर पर मंदिरों में जहां दिन भर देवी-देवताओं की पूजा होती है, तो वहीं निरई माता के मंदिर में केवल 5 घंटे ही यानी सुबह 4 बजे से 9 बजे तक माता के दर्शन किए जा सकते हैं। बाकी दिनों में यहां आना प्रतिबंधित होता है। जब भी यह मंदिर खुलता है, यहां माता के दर्शन के लिए हजारों लोग पहुंचते हैं।
डुंडा के तहसीलदार प्रताप सिंह चौहान ने कहा कि आज प्रशासन और पशु चिकित्सा विभाग की टीम मौके पर पहुंचेगी। इसके बाद ही कुल नुकसान और मौत के कारणों का पता चल सकेगा। आपदा प्रबंधन डिपार्टमेंट की टीम भी मौके पर जाएगी और जिला प्रशासन को अपनी रिपोर्ट देगी।