Acn18.com/रायपुर के पुलिस मुख्यालय में शनिवार को अहम बैठक हुई। ये इंटरस्टेट कोऑर्डिनेशन मीट थी। इस बैठक में प्रदेश के DGP अशोक जुनेजा मौजूद रहे। छत्तीसगढ़ पुलिस के अफसरों अलावा इस मीटिंग में दो और स्टेट के अफसर थे, इनमें तेलंगाना और आंध्रप्रदेश स्टेट पुलिस के अधिकारी भी शामिल हुए। सुबह ही ये अफसर रायपुर पहुंच चुके थे। मीटिंग में नक्सल ऑपरेशन को लेकर चर्चा की गई। केंद्रीय गृहमंत्रालय की प्रमुख एजेंसी CAPF के अधिकारी भी इस बैठक में शामिल हुए।
बैठक में छत्तीसगढ़, तेलंगाना और आंध्रप्रदेश में मूवमेंट करने वाले नक्सलियों और उनके लीडर्स के बारे में चर्चा की गई। बाहरी राज्यों से आए अफसरों ने अपने ऑपरेशंस की जानकारी भी दी। तीनों राज्यों के अधिकारियों ने आपस में कोऑर्डिनेट करने की बात कही। हालांकि पहले भी इस तरह की बैठकाें में आपसी सामंजस्य के दावे होते रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में प्रदेश में बड़े अटैक या मुठभेड़ में शामिल नक्सली पड़ोसी राज्यों में भागे हैं, पिछले कुछ महीनों में इन राज्यों से प्रदेश को कोई खास इनपुट नहीं मिला। इसपर भी अफसरों ने चर्चा की।
नक्सलियों के खिलाफ एक्शन हुआ फाइनल
बैठक में इंटर स्टेट इनपुट को लेकर ज्यादा फोकस रहा। अधिकारियों ने तय किया है प्रदेश के ऐसे हिस्से, जहां आंध्रप्रदेश या तेलंगाना की सीमा लगती है। ऐसे हिस्सों में नक्सल ऑपरेशन संयुक्त रूप से प्लान किए जाएंगे। जल्द ही सर्चिंग बढ़ाकर नक्सलियों के खिलाफ एक्शन जंगलों में दिखेगा।
सुरक्षित चुनाव कराने पर मंथन
प्रदेश की सीमाओं में अंदरूनी ग्रामीण इलाको में नक्सली चुनावी माहौल में सक्रिय रहते हैं। राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों की हत्याएं प्रदेश में भी हो चुकी हैं। इस वजह से चुनाव के इस माहौल में पुलिस की सक्रियता इन हिस्सों में बढ़ाने पर भी चर्चा की गई है। हालांकि चुनाव से पहले इस संबंध में और भी हाईलेवल मीटिंग्स होंगी।
नक्सलियों के सप्लाई नेटवर्क पर फोकस
बैठक में तीनों प्रदेशों की पुलिस ने नक्सलियों की सप्लाई चेन पर फोकस करने की बात भी कही। नक्सलियों के पास जरूरत का सामान आस-पास के ग्रामीण हिस्सों से पहुंचता है। ऐसे मामलों के खिलाफ अभियान चलाकर उनकी सप्लाई चेन को ध्वस्त करने की योजना तैयार की गई है। मानसून में नक्सलियों की सक्रियता बढ़ती है। फोर्स इस वक्त में ज्यादा से ज्यादा सर्चिंग अभियान चलाए। इस पर भी अधिकारियों ने बात की। ऐसे इलाके जहां अब तक फोर्स की दखल कम रही है, उसे बढाने, नए कैम्प शुरू किए जाने पर भी छत्तीसगढ़ पुलिस योजना बना रही है।
बैठक में CAPF की मौजूदगी अहम
इस बैठक में केंद्रीय गृहमंत्रालय की ओर से CAPF (सेंट्रल आर्म पुलिस फोर्स) के अधिकारी खासतौर पर मौजूद थे। प्रदेश के नक्सल इलाकों में BSF, CRPF जैसी फोर्सेस भी एक्टिव हैं जो नक्सलियों से सीधे टक्कर लेती हैं। इन फोर्सेस की मुख्य एजेंसी CAPF ही है। सेंट्रल फोर्सेस किस तरह से पुलिस के साथ मिलकर काम करेंगी, किस तरह की जरुरतें उन्हें इन इलाकों में हैं इस पर भी चर्चा की गई।