Acn18.com/राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ इलाके में हुई युवक की हत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। असल में उसकी हत्या पैसे को लेकर की गई थी। मृतक किसी लड़की से बात किया करता था। मगर उसे पता ही नहीं था कि वो लड़की ही नहीं है। फिर जब युवक उससे मिलने पहुंचा, तब पूरे मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद आरोपी ने चाकू से युवक का गला रेत दिया। जिससे उसकी मौत हो गई।
03 मई को लालबहादुर नगर का रहने वाला कोमेश साहू(26) घर से ये कहकर निकला था कि वह कवर्धा के सिंगनपुरी जा रहा है। वहां उसे दोस्त की शादी में शामिल होना है। मगर देर शाम तक वह घर ही नहीं लौटा। इसके बाद परिजनों ने उसे फोन किया, पर उससे संपर्क नहीं हो पाया। फिर परिजनों ने आस-पास तलाश की। सिंगनपुरी भी फोन किया। इसके बावजूद उसका कुछ पता नहीं चला।
झाड़ियों में मिली थी लाश
परेशान होकर परिजनों ने 4 मई को चिचोला पुलिस से युवक के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस बीच 5 मई को युवक का शव मेढ़ा गांव में झाड़ियों में मिला था। उसके गले और शरीर के कई हिस्सों में धारदार हथियार से वार के निशान थे। इसके बाद पुलिस ने इस केस में जांच शुरू की।
आरोपी के दोस्त के पास मिला फोन
जांच के लिए पुलिस ने युवक के फोन का लोकेशन ट्रेस किया। जिसमें पता चला कि युवक का फोन ग्राम मेढा में है। ये पता चलने पर पुलिस की टीम मेढ़ा पहुंचा। वहां जिस युवक से पुलिस ने फोन बरामद किया। उसने बताया कि मुझे ये फोन मेढ़ा के रहने वाले सोनू सिन्हा(22) ने दिया है। इसके बाद पुलिस ने सोनू को गांव से ही हिरासत में लिया। जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ है।
आरोपी की जुबानी जुर्म की कहानी..
आरोपी सोनू ने जो कुछ भी पुलिस को बताया वह हैरान कर देने वाला था। आरोपी ने बताया कि 8 महीने पहले हम सोशल मीडिया के जरिए मिले थे। मैंने मनीसा साहू के नाम से फर्जी आईडी बनाई थी। मैं उससे मनीसा बनकर ही बात किया करता था। कोमेश मुझसे प्रेम करने लगा गया था। इसी बात का फायदा उठाकर मैंने पहले डेढ़ लाख रुपए उससे ले लिए।
ये पैसे मिलने के बाद भी हमारे बीच बातचीत जारी थी। इस बीच मैंने फिर से उससे एक लाख रुपए मांगे। इस पर वह पैसे देने राजी हो गया था। मगर इस बार उसने कहा था कि वह खुद मेढ़ा आकर पैसे देगा। यहां वो पैसे लेकर आया, तब मेरी मुलाकात उससे हुई। मैंने उससे कहा कि मानसी ने मुझे पैसे लेने भेजा है। पैसे मुझे दे दो, पर वह कहने लगा कि मैं तुम्हें पैसे नहीं दूंगा। मानसी को ही दूंगा।
आरोपी ने बताया कि उसी दौरान उसने फोन से मानसी को मैसेज किया। मैसेज का जवाब देना था। इसलिए मैं इधर-उधर होकर मैसेज का जवाब देने लगा। बस यह देखकर कोमेश को मुझ पर शक हो गया। उसने मुझसे फोन छीन लिया। जिसके बाद उसे सच्चाई का पता चल गई
पुलिस को बता दूंगा..
सच्चाई पता चलने के बाद वो कहना लगा कि मेरे डेढ़ लाख रुपए दे। नहीं तो पुलिस से शिकायत कर दूंगा। ये सुनकर मैं घबरा गया था। इसलिए मैंने उससे कहा कि मैं पैसे दे दूंगा। फिर मैं पैसे लेने के बहाने घर गया। मैंने उससे कहा था कि तुम यहीं रुकना। इसके बाद मैं घर गया, वहां से मैने चाकू लिया और वापस आय। तब शाम हो चुकी थी। आस-पास कोई था भी नहीं। मैंने आते ही कोमेश पर चाकू से हमला कर दिया। जिससे उसकी मौत हो गई।
हत्या के बाद पैसों से भरा बैग उठा लिया
हत्या करने के बाद आरोपी ने एक लाख रुपए से भरा बैग भी ले भागा। दूर जाकर उसने बैग को जला दिया। फोन दोस्त को दे दिया। इसके बाद उसमें रखे पैसों में से 25 हजार रुपए लेकर कर्ज पटा दिया। बाकी के पैसे घर में छिपा दिया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और रविवार को पूरे मामले का खुलासा किया है।
मां-बाप ने दुकान खुलवाने बेचा था खेत
परिजनों ने बताया कि कोमेश अपने माता-पिता की एक ही बेटा था। उसने फार्मेसी की पढ़ाई की थी। घरवालों ने 35 लाख रुपए में खेत बेच दिया था। जिससे कोमेश दवाई दुकान खोल सके। परिजनों ने यह भी बताया कि वह हमसे भी कहता था कि वह शादी करेगा तो मानसी से ही करेगा, पर हमें पता नहीं था कि उसके साथ ऐसा कुछ हो जाएगा।