केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) सीबीएसई के छात्र अब कक्षा 10वीं, 11वीं और 12वीं में इतिहास की नई पुस्तकें पढ़ेंगे। इन छात्रों को इतिहास की पुस्तकों में अब मुगल साम्राज्य, दिल्ली दरबार, अकबरनामा, बादशाहनामा और कई राजनीतिक दलों के उदय की कहानियां पढ़ने को नहीं मिलेंगी। हालांकि, पाठ्यक्रम से मुगल दरबार और अन्य अध्यायों को हटाने पर विवाद भी खड़ा हो गया है। कांग्रेस, सीपीएम, शिवसेना समेत (उद्धव गुट) के कई पार्टियों ने इस कदम का विरोध जताया है।
NCERT के पाठ्यक्रम को लेकर अभी क्या हुआ? क्या हुए बदलाव? विवाद क्यों? समर्थन और विरोध में क्या कहा जा रहा है? NCERT ने क्या प्रतिक्रिया दी?