Acn18.com/छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों ने एक गांव के उपसरपंच को अगवा कर लिया है। ऐसा बताया जा रहा है कि, जिले के किसी इलाके के जंगल में नक्सली उपसरपंच को जनअदालत में खड़ा करेंगे। हालांकि, उपसरपंच को अगवा करने का कारण स्पष्ट नहीं है। इधर, विभिन्न समाज के लोगों ने उपसरपंच को रिहा करने के लिए नक्सलियों से अपील की है। मामला जिले के चिंतागुफा थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, बुरकापाल गांव के उपसरपंच माड़वी गंगा का नक्सलियों ने अपहरण किया है। माड़वी गंगा अपने ताड़मेटला घर पर था। मंगलवार की देर रात भारी संख्या में नक्सली उसके घर पहुंचे और उसे उठाकर अपने साथ ले गए। इस बात की खबर जैसे जी समाज के लोगों को मिली उन्होंने मीडिया के माध्यम से नक्सलियों से माड़वी को रिहा करने की अपील की है।
इससे पहले मिल चुकी थी धमकी
सूत्रों की मानें तो इससे पहले नक्सलियों ने माड़वी को धमकी भी दी थी। ऐसा बताया जा रहा है कि, उसपर नक्सलियों ने पुलिस की मुखबिरी करने का आरोप लगा रहे हैं। हालांकि, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है। उपसरपंच के परिजन भी काफी परेशान हैं। उन्होंने ने भी रिहाई की मांग की है।
क्या होता है जनअदालत?
बस्तर में नक्सलियों की अपनी सरकार चलती है जिसे वे जनताना सरकार कहते हैं। जिसके तहत नक्सली जनअदालत लगाते हैं। नक्सलियों की इस जनअदालत में इलाके के ग्रामीण भी मौजूद होते हैं। नक्सली जिसे अगवा करते हैं, जिसे पकड़ते हैं उन्हें इस जनअदालत के कटघरे में जनता के सामने खड़ा किया जाता है। नक्सली जनता से पूछते हैं इसका क्या किया जाए। अधिकांश मामलों में नक्सली हत्या करते हैं, यदि कोई छुटपुट मामला हो तो पिटाई कर चेतावनी देकर छोड़ देते हैं।