Acn18.com/जो श्रीराम पूरे विश्व को ज्ञान का मार्ग दिखाते हैं। उन्हें छत्तीसगढ़ में रहने वाली वनवासी माता शबरी ने ज्ञान का मार्ग दिखाया। शबरी ने ही उन्हें कहा कि पंपा सरोवर जाएं और सुग्रीव से मिलें। मैं उन सभी जगहों पर जाना चाहूंगा, जहां-जहां प्रभु श्रीराम के पांव पड़े। मैं उस मार्ग का दौरा करना चाहता हूं, जहां से राघवेंद्र सरकार गुजरे। उनकी चरण धूलि ले जाऊ तो ये मेरा सौभाग्य होगा। ये बातें प्रख्यात कवि कुमार विश्वास ने रायगढ़ में आयोजित राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में कहीं। वे आज लोगों को रामकथा का रसपान कराएंगे।
विश्वास ने कहा कि आज अरण्यकांड पर मेरी प्रस्तुति होगी। जब श्रीराम छत्तीसगढ़ में वनवास में आए होंगे। उस समय यहां सघन वन रहा होगा। उस समय जनजातियों से उनके आत्मीय संवाद हुए। श्रीराम ने हमें बताया कि यहां के वनवासी कितने सरल हैं। कितने आत्मीय हैं और हमेशा सत्य के साथ खड़े रहते हैं। उन्होंने कहा कि मेरी विशेष इच्छा माता कौशल्या एवं माता शबरी पर केंद्रित व्याख्यान करने की है। माता कौशल्या जिन्होंने अपने पुत्र को लोक कल्याण के लिए वन भेज दिया। इसके लिए बहुत बड़ा दिल चाहिए। इन सब की कथा कहना चाहता हूं। रायगढ़ संस्कारधानी में सुंदर आयोजन हो रहा है। बहुत सुंदर कार्य राम कथा को लेकर भी हुआ है।