acn18.com कोरबा/ ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की सुविधा के लिए कोरबा के खनिज विभाग ने नजदीक में ही नए रेट घाट स्वीकृत किए हैं जो संचालन की प्रक्रिया में शामिल हो गए हैं। तरदा गांव में ग्राम पंचायत को रॉयल्टी के अधिकार दिए गए हैं। शिकायत मिली है कि यहां पर रेत लेने वाले लोगों से रॉयल्टी के मुकाबले ज्यादा रकम प्राप्त की जा रही है। दूसरी और रायल्टी पर्ची काटने वाले व्यक्ति ने कहा कि इस मामले में ऐसा कुछ नहीं है।
कोरबा जिला मुख्यालय से काफी नजदीक स्थित तरदा गांव में रेत खनन और परिवहन के अधिकार दिए गए हैं। प्रशासन की ओर से इस मामले में रॉयल्टी काटने के अधिकार पंचायत को दिए गए हैं जिसकी ओर से यह काम शुरू किया गया है। काफी समय से लोगों को हो रही समस्या को ध्यान में रखते हुए इस प्रकार की कोशिश प्रशासन की ओर से की गई है। यहां पर कामकाज प्रारंभ होने के साथ ही शिकायतों का सिलसिला शुरू हो गया है। ट्रैक्टर के जरिए रेट प्राप्त करने वाले लोगों ने बताया कि रायल्टी पर्ची में ₹501 की राशि शुक्ल के रूप में लिखी हुई है लेकिन उन्होंने ₹600 का भुगतान किया है। इसे लेकर तर्क दिया जाता है कि रॉयल्टी के अलावा कुछ खर्च भी होते हैं इसलिए यह सब करना पड़ता है इस बारे में रियलिटी पर्ची काटने वाले व्यक्ति से बातचीत की गई और लोगों की शिकायत से अवगत कराया गया तो वह अपनी बात पर आना रहा की हर मामले में निर्धारित शुल्क ही वसूल की जा रही है। लोग कुछ भी बोल सकते हैं।
ग्रामीण क्षेत्र में सुविधाओं की बढ़ोतरी के अंतर्गत कई प्रकार के काम प्रशासन की ओर से कराए जा रहे हैं। शहरी क्षेत्र में पहले ही लोगों को रॉयल्टी के अलावा बहुत कुछ देना पड़ रहा है, ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र में कामकाज सामान्य तरीके से कैसे हो सकता है ।