Acn18.com/राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य अनंत नायक बस्तर प्रवास पर हैं। जगदलपुर में उन्होंने अनुसूचित जनजातियों के कल्याण एवं विकास के लिए संचालित की जा रही योजनाओं की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने कहा कि, जनजाति समुदाय को उनके पारंपरिक सांस्कृतिक व्यवहारों और मूल स्वभाव को बनाए रखते हुए उनके विकास के संबंध में आवश्यक प्रयास करने की आवश्यकता है। शासन-प्रशासन की योजनाओं के माध्यम से उनका सामाजिक-आर्थिक विकास किया जाना है। साथ ही सामुदायिक भावना को बढ़ावा देते हुए उनके हितों की रक्षा की जानी है।
जगदलपुर कलेक्ट्रेट कार्यालय में बैठक के दौरान अनंत नायक ने जिले में जनजातियों के कल्याण के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। सामाजिक प्रास्थिति प्रमाण पत्र, वनाधिकार मान्यता प्रमाण पत्र, पंचायती राज संस्थानों में जनजातियों का प्रतिनिधित्व, जनजाति समूहों को विभिन्न व्यवसायों में शामिल करने तथा जनजाति महिला स्व-सहायता समूहों के कार्यों, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत परिवारों को दिए गए आवास, जनजातियों की साक्षरता, शिक्षा विभाग, समाज कल्याण और आदिवासी विकास विभाग की तरफ से संचालित आश्रम छात्रावास की स्थिति-छात्रवृत्ति योजना के बारे में चर्चा की।
इसके अलावा आर्थिक संसाधन के तहत जनजाति समुदाय के लघु वनोपज संग्रह, शिक्षित बेरोजगारों, जनजाति वित्तीय विकास निगम की तरफ से संचालित योजनाओं, जनजातियों बहुल निवास क्षेत्रों में आधोसंरचना विकास, पेयजल, विद्युत व्यवस्था, राशन कार्ड और राशन सामाग्री की वितरण की स्थिति, अत्याचार निवारण अधिनियम के अधीन प्रकरण, जनजाति क्षेत्र योजना और विशेष केंद्रीय सहायता योजना, बाल मजदूर को रोकने के प्रयास, आंगनबाड़ी केंद्रों में संचालित योजनाओं के बारे में भी जाना। उन्होंने अफसरों से कहा कि, जनजाति वर्ग के विकास के लिए बेहतर से बेहतर कार्य किए जाएं।