Acn18.com/छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा-नारायणपुर जिले की सरहद पर स्थित एक गांव में माओवादियों ने मोबाइल टावर को आग के हवाले कर दिया है। साथ ही इलाके में भारी मात्रा में बैनर-पोस्टर भी चस्पा किए हैं। बारसूर-पल्ली मार्ग पर कोई भी यात्री सवारी वाहन न चलाने की धमकी दी है। इसके अलावा बोधघाट परियोजना का समर्थन करने वाले लोगों को मौत की सजा देने की बात कही है। मामला मालेवाही थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, माओवादियों ने धुर नक्सल प्रभावित गांव हर्राकोडेर में वारदात को अंजाम दिया है। शुक्रवार की सुबह नक्सलियों की पूर्व डिवीजन कमेटी के माओवादी मौके पर पहुंचे थे। जिन्होंने टावर में आग लगा दी। इस घटना के बाद इलाके में नेटवर्क ठप है। इस इलाके में नक्सलियों ने एक बार फिर अपनी उपस्थित दर्ज करवाई है। माओवादियों ने मौके पर भारी संख्या में बैनर-पोस्टर भी चस्पा किया था, जिसे सुरक्षाबलों ने बरामद कर लिया है।
माओवादियों ने कहा कि, बोधघाट परियोजना का समर्थन करने वाले जनविरोधी, मुखबिर का काम करने वाले लोग सामने आकर अपनी गलती मान लें। यदि गलती नहीं मानेंगे तो उन्हें भी भाजपा नेता सागर साहू और रामधर अलामी की तरह मौत की सजा दी जाएगी। साथ ही दंतेवाड़ा-नारायणपुर जिले के बीच बारसूर पल्ली मार्ग पर किसी भी यात्री वाहनों को न चलाने की धमकी दी है।
बैनर पोस्टर के माध्यम से माओवादियों ने कहा कि, बस्तर को कॉरपोरेट घरानों को बेचा जा रहा है। सड़क, पुलिया, पुलिस कैंप स्थापित किए जा रहे हैं। आमदाई खदान और बोधघाट परियोजना को रद्द करने की बात कही है।
कुछ दिन पहले यात्री बस को जलाया था
दंतेवाड़ा-नारायणपुर जिले के बीच चलने वाली यात्री बस को माओवादियों ने आग के हवाले कर दिया था। करीब 25 से 30 की संख्या में पहुंचे माओवादियों ने वारदात की थी। इलाके में स्थित सुरक्षाबलों के 2 कैंप के बीच जंगल से होते हुए नक्सली अचानक सड़क पर पहुंचे थे। यहां यात्री बस को रुकवाकर सारे यात्रियों को नीचे उतारा था। फिर डीजल टैंक फोड़कर बस को फूंक दिया था।