ACN18.COM नई दिल्ली / हिंदू धर्म में बुद्ध पूर्णिमा का विशेष महत्व है। वैशाख महीने की पूर्णिमा के दिन ही भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था। इसलिए इसे बुद्ध पूर्णिमा भी कहा जाता है। आज बुद्ध पूर्णिमा। बुद्ध पूर्णिमा बौद्ध अनुयायियों के लिए भी खास महत्व रखता है। भारतीय ज्योतिष विज्ञान परिषद के चैप्टर चेयरमैन ज्योतिषाचार्य आचार्य मनीष स्वामी ने बताया कि यह स्नान-दान की पूर्णिमा है।
उन्होंने बताया कि वैशाख पूर्णिमा पर साल का पहला चंद्रग्रहण होगा, जो कि भारत में नहीं दिखेगा। हालांकि ये भी सिर्फ खगोलीय नजरिये से खास रहेगा। धार्मिक रूप से इसका महत्व नहीं होने से इसका अशुभ असर नहीं पड़ेगा। इसका सूतक काल भी देश में नहीं माना जाएगा। सुबह 6.16 बजे तक वरियान योग रहेगा। इसके बाद 16 मई की सुबह से दोपहर करीब 2.30 बजे तक परिघा योग भी रहेगा। ज्योतिषियों के मुताबिक वक्र योग में किए गए सभी शुभ कार्य पूर्ण होते हैं, वहीं परिघ योग में शत्रु के विरुद्ध किए गए सभी उपाय कारगर होते हैं।
कहां दिखेगा साल का पहला चंद्रग्रहण
साल का पहला चंद्रग्रहण दक्षिणी-पश्चिमी यूरोप, दक्षिणी-पश्चिमी एशिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका के ज्यादातर हिस्सों, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, हिंद महासागर, अटलांटिक और अंटार्कटिका में भी दिखाई देगा। भारत में यह चंद्रग्रहण नजर नहीं आएगा, जिसके कारण देश में सूतककाल मान्य नहीं होगा। बुद्ध पूर्णिमा पर स्नान के बाद दान-पुण्य करना पुण्यकारी होता है।
शुभ मुहूर्त
पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ – मई 15 को रात 12:45 बजे से
पूर्णिमा तिथि समाप्त – मई 16 को सुबह 09:43 बजे