acn18.com कोरबा /समय पर 102 महतारी एम्बुलेंस की सुविधा नहीं मिलने के कारण परिजनों ने गर्भवती महिला को निजी वाहन से अस्पताल पहुंचाया। बाद में दूसरे वाहन के जरिए कोरबा का सफर पूरा हुआ। इससे पहले महिला की स्थिति बिगड़ गई। प्रसव से पहले ही उसकी मौत हो गई। इस घटना ने परिजनों को नाराज कर दिया है।
विकासखंड कोरबा अंतर्गत श्यांग क्षेत्र के डूमरडीह में रहने वाले बलिंदर सिंह की 37 वर्षीय पत्नी फूलवती यादव गर्भवती थी और उसका प्रसव नजदीक था। परिजनों के मुताबिक नजदीकी केंद्र में उसका उपचार कराया जा रहा था। एक दिन पहले महिला को दर्द उठने पर परिजन हरकत में आए। उसे अस्पताल ले जाने के लिए महतारी एक्सप्रेस 102 पर संपर्क किया गया लेकिन एक घंटे के प्रयास में भी सुविधा उपलब्ध नहीं हुई।
इसके बाद परिजनों ने स्थानीय स्तर से वाहन की व्यवस्था कराई और महिला को उप स्वास्थ्य केंद्र बासीन भिजवाया। बताया गया कि कोई सुधार नहीं होने पर महिला को कोरबा भेजने की व्यवस्था की गई और मालूम चला कि गर्भस्थ शिशु का एक पैर बाहर आ गया है लेकिन महिला जीवित नहीं है।
गांव में मितानीन का काम करने वाली विमला ने बताया कि पीड़िता को अस्पताल ले जाने के दौरान वह साथ में थी और उस पर लगातार नजर बनाए रखी लेकिन उसकी मौत हो गई।
इससे पहले भी एंबुलेंस सेवा का लाभ जरूरतमंदों को समय पर नहीं मिलने के कारण इस प्रकार की घटनाएं हो चुकी है जिनमें जिंदगी को समाप्त होते हुए देखा गया है। बार-बार की शिकायतों के बावजूद जिले में सरकार एंबुलेंस सेवा की समयबद्धता और लाभ की गारंटी सुनिश्चित नहीं हो पा रही है।