Acn18.com/भारत सरकार ने देश के भीतर मौजूद अलग-अलग कैटेगरी के स्टेशनों को रीमॉडलिंग करना सुनिश्चित किया है । इसके लिए कई हजार करोड रुपए की धनराशि खर्च की जानी है। पहले चरण में छत्तीसगढ़ के साथ स्टेशन को शामिल किया गया है लेकिन इसमें कोरबा बाहर है। इस रवैया को लेकर नागरिकों ने जनप्रतिनिधियों और रेलवे के अधिकारियों पर गुस्सा निकाला।
बी श्रेणी में कोरबा स्टेशन को रखा गया है जो रेलवे को प्रतिवर्ष लगभग ₹2000 करोड़ का राजस्व देता है। गिनती की रेलगाड़ियों का संचालन कोरबा से अलग-अलग दिशा के लिए किया जा रहा है जबकि यात्री सुविधा के नाम पर स्टेशन परिसर में सीमित संसाधन मुहैया कराए गए हैं। वही कई मामलों में कटौती करने का काम भी जारी है। इन सबके बीच स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास का बनाने वाली योजना में कोरबा को शामिल नहीं किए जाने से लोग भड़के हुए हैं।