acn18.com कोरबा/ 620 मेगावाट बिजली उत्पादन करने की क्षमता वाली दो इकाइयां हसदेव थर्मल पावर प्लांट में स्थापित करने की योजना है। 1320 मेगावात के सुपरक्रिटिकल पावर प्लांट की स्थापना को लेकर प्रशासन के द्वारा मंगलवार को पर्यावरणीय जनसुनवाई रखी गई। लोगों ने यहां अपनी बात रखी और उद्योग का समर्थन करने के साथ संबंधित समस्याओं को पहले हल करने पर जोर दिया।
छत्तीसगढ़ में विष्णु देव साय के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार हसदेव थर्मल पावर प्लांट की मौजूदा स्थापित क्षमता को बढ़ाने के लिए काम कर रही है। नई परियोजना की क्षमता 1320 मेगावाट होगी। इस मामले में किसी तरीके से आसपास की जमीन का अर्जन नहीं होना है। नई तकनीक से बनने वाले प्लांट को लेकर बिजली उत्पादन कंपनी लिमिटेड ने पूरा ब्लूप्रिंट तैयार कर रखा है और जल्द ही इस पर कामकाज शुरू करने की योजना है। दरी के लाल मैदान में आयोजित पर्यावरणीय जनसुनवाई के दौरान सीएसईबी के अधिकारी ने परियोजना को लेकर आवश्यक जानकारी दी।
परियोजना की स्थापना से होने वाले लाभ के बारे में लोगों ने चर्चा की और कहां की उद्योग लगने से यह क्षेत्र फिर से विकसित होगा लेकिन इससे पहले कई समस्याओं का समाधान करने के बारे में काम होना चाहिए। लोगों की शिकायत इस बात को लेकर थी कि बिजली उत्पादन कंपनी के द्वारा अपनी परियोजनाओं की स्थापना के दौरान आसपास के क्षेत्र की सुध नहीं ली गई।
प्रशासन के अधिकारी की उपस्थिति में जनसुनवाई की प्रक्रिया पूरी की गई है। इस आधार पर रिपोर्ट आगे भेजी जाएगी। कोरबा जिले में विभिन्न उद्योगों की पर्यावरणीय जनसुनवाई के दौरान कई प्रकार के अनुभव सामने आए हैं इसे ध्यान में रखते हुए संबंधित परिसर को सुरक्षित किया गया था ताकि बवाल होने पर कोई नुकसान ना हो सके