ACN18.COM रायगढ़ / रायगढ़ जिले में 24 जून की रात को हुई ड्राइवर की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। तीन लोगों ने मिलकर उसका चाकू से गला रेत दिया था। जिसके चलते उसका जान गई थी। तीनों ने मिलकर उसका ट्रक लूटना चाहा था। वह गाड़ी लेकर भाग भी रहे थे। मगर रास्ते में ड्राइवर की नींद खुल गई। इसके बाद तीनों ने उसे मार दिया। वहीं ट्रक का डीजल भी खत्म हो गया। जिसके कारण तीनों ड्राइवर को मारने के बाद भाग गए थे। अब पुलिस ने तीनों को पकड़ा है। तीनों झारखंड के रहने वाले हैं। मामला चक्रधरनगर थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, तिलगा घाट में 24 जून की रात को एक अधेड़ उम्र के शख्स का शव मिला था। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू की थी। तब शव की पहचान संतोष कुमार दुबे(55) के रूप में हुई थी। वह बिहार का रहने वाला था। वो यहां रायगढ़ में ट्रांसपोर्टर महेश शर्मा की ट्रक चलाता था। इस मामले में पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। महेश शर्मा ने बताया था कि उसकी गाड़ी इन दिनों आयरन गोली लोड कर एक कंपनी से दूसरे कंपनी में भेजना का काम कर रही थी।
पूछताछ में व्यापारी तक पहुंची पुलिस
इस केस में पुलिस ने संतोष कुमार के पहचान वाले लोग और कई और ड्राइवर से पूछताछ की थी। पूछताछ में पुलिस एक व्यापारी तक भी पहुंची थी। उसी व्यापारी ने पुलिस को बताया था कि कुछ समय पहले उसके पास 3 शख्स आए थे। जो आयरन गोली बेचने की बात कर रहे थे। मगर मैंने उन्हें मना कर दिया था। बाद में वे वहां से निकल गए थे।
पैसों की जरूरत के चलते बनाया लूट का प्लान
ये पता चलने के बाद पुलिस ने मामले में जांच और तेज की। जिस ट्रक के ड्राइवर का शव मिला था। उसमें भी आयरन गोली ही लोड थी। इसके बाद पुलिस ने संदेह के आधार पर खुर्शीद आलम(32), मो. नदीम अंसारी(25) और सद्दाम(29) को हिरासत में लिया था। तीनों को उस दिन तिलगा घाट के आस-पास भी देखा गया ता। इन्हीं ने व्यापारी से भी आयरन गोली बेचने की बात की थी। पूछताछ में तीनों ने बताया कि हमें पैसों की जरूरत थी। इसलिए हमने आयरन गोली लूटने का प्लान बनाया था। हमारा मकसद था कि ट्रक लूटकर अच्छे पैसे कमा लेंगे।
तीसरे आरोपी को झारखंड से कट्टा लेकर बुलाया
खुर्शीद को नदीम और सद्दाम ने झारखंड से कट्टा लेकर बुलाया था। दोनों ने उसे गोरखा के एक किराए के मकान में रखा था। सद्दाम और नदीम पहले ही रायगढ ़में ट्रक चलाने का काम कर रहे थे। तीनों का पता था कि यदि बड़ी मात्रा में आयरन गोली लूट लिया जाए तो उनका काम आसान हो जाएगा। इसी मकसद से उन्होंने उस व्यापारी से भी बात की थी कि यदि वह आयरन गोली उस दे देंगे तो कितना पैसे मिल जाएंगी। उस व्यापारी के बयान के बाद ही तीनों पकड़े गए हैं।
शराब के नशे में था ड्राइवर
तीनों ने बताया कि हम पहाड़ मंदिर रोड पर 24 जून की रात को गए थे। वहां हमने देखा कि वहां बड़ी गाड़ियों कीे नो इंट्री है। उस दौरान बहुत सारी गाड़ियां खड़ी थी। उसी वक्त हमने देखा था कि संतोष दुबे भी अपने ट्रक में बैठा था। उसने काफी शराब पी रखी थी। वह ट्रक भी चालू नहीं कर पा रहा था। पूछने पर पता चला कि उसकी गाड़ी में आयरन गोली ही लोड है। वह भी बड़ी मात्रा में, इसके बाद तीनों ने गाड़ी स्टार्ट करने के बहाने ट्रक में चढ़ गए और ट्रक को लेकर निकले गए थे। ड्राइवर शराब के नशे में सो गया था। तीनों अभी तिलगा घाट पहुंचे थे तभी ड्राइवर की नींद खुल गई। ये देखने पर उसने विरोध करना शुरू कर दिया। इसके बाद तीनों ने पहले तो उसे पीटा। फिर चाकू मारकर उसकी हत्या कर दी थी।
तीनों ने बताया कि हत्या करने के बाद भी वह आगे बढ़ना चाहते थे। लेकिन ट्रक का डीजल ही खत्म हो गया। जिसके बाद हम पकड़े जान के डर से गाड़ी छोड़कर भाग निकले थे। पुलिस ने अब तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों के पास से पुलिस ने 2 कट्टा, धारदार चाकू और मोबाइल जब्त कर लिया है। पुलिस ने शुक्रवार को पूरे मामले का खुलासा किया है।
चिकित्सक दिवस समारोह सम्मेलन में शामिल हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल….