Acn18.com/बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आज शाम बिलासपुर दौरे पर आ रहे हैं। रेलवे फुटबाल मैदान में वे जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके अलावा नड्डा कार्यकर्ताओं में जोश भरेंगे। छत्तीसगढ़ बीजेपी ने दावा किया है कि, 80 हजार कार्यकर्ताओं की भीड़ रहेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 9 साल पूरे होने पर भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व छत्तीसगढ़ में चुनावी माहौल बनाने के लिए पूरी ताकत से जुट गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के गृह क्षेत्र में पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दुर्ग में आम सभा को संबोधित किया। जिसके बाद अब जेपी नड्डा कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देंगे।
पहले जान लेते हैं बिलासपुर दौरे का पूरा शेड्यूल…
जेपी नड्डा मध्यप्रदेश के इंदौर में देवी अहिल्याबाई होल्कर एयरपोर्ट से 2.50 बजे स्पेशल फ्लाइट से सीधे बिलासा देवी केंवट एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे
शाम 4 बजे बिलासपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे। यहां भाजपा के दिग्गज नेता उनका स्वागत करेंगे।
शाम चार बजकर 15 मिनट पर बिलासा एयरपोर्ट से सड़क मार्ग से होकर रेलवे मैदान स्थित फुटबाल मैदान में सभा स्थल के लिए रवाना होंगे
शाम 4 बजकर 30 मिनट पर बजे सभा स्थल पहुंचेंगे। सभा स्थल पर करीब एक घंटे रहेंगे।
दस मिनट के लिए चकरभाठा स्थित सिंधु अमरनाथ धाम पहुंचकर साईं लालदास से भेंट करेंगे।
शाम 6 बजकर 30 मिनट पर एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।
सरकार बनाने के लिए बिलासपुर संभाग की भूमिका अहम
छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा संभाग बिलासपुर है। यहां विधानसभा की 24 सीटें हैं। ऐसे में यहां सभी राजनीतिक पार्टियों की नजर रहती है। इसलिए बीजेपी भी बिलासपुर संभाग में अपनी स्थिति सुधारने के लिए पूरी ताकत से मैदान में उतरने की रणनीति बना रही है। फिलहाल यहां पर अभी 13 सीट पर कांग्रेस का कब्जा है, और 7 सीट पर बीजेपी के विधायकों ने जीत दर्ज की है। जबकि, 2 बहुजन समाज पार्टी और 1 में छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के विधायक हैं।
लगातार मैदानी स्तर पर चल रही बैठकें
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के बिलासपुर दौरे से पहले मैदानी स्तर पर यानी कि मंडलों में लगातार बैठकों का दौर चल रहा है। इधर, गुरुवार को तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव, विधायक धरमलाल कौशिक, पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष भूपेंद्र सवन्नी सहित प्रमुख पदाधिकारी रेलवे फुटबाल मैदान में डटे रहे।
पीएम मोदी की उपलब्धि गिनाकर बीजेपी बना रही रणनीति
राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, बीजेपी का बिलासपुर संभाग में ज्यादा फोकस है। लेकिन, राज्य सरकार के छत्तीसगढ़ियावाद का भाजपा के पास कोई तोड़ नहीं है। यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 9 साल के कार्यकाल व उनकी उपलब्धि बताने के बहाने भाजपा यहां विधानसभा चुनाव का माहौल बनाने की रणनीति बना रही है और केंद्रीय नेता दौरा कर रहे हैं। भाजपा विधानसभा चुनाव के साथ-साथ अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रही है।
छत्तीसगढ़ के 11 लोकसभा सीट में से 4 लोकसभा सीट केवल बिलासपुर संभाग में है। जिसमें से 3 पर बीजेपी का कब्जा और एक सीट पर कांग्रेस के सांसद हैं। दूसरी खास बात यह है भी है कि बिलासपुर लोकसभा सीट के बीजेपी सांसद अरुण साव प्रदेश के अध्यक्ष हैं तो संभाग के जांजगीर चांपा जिले के बीजेपी विधायक नारायण चंदेल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। ऐसे में दोनों ही नेताओं पर संभाग से ज्यादा सीटें जिताने की बड़ी जिम्मेदारी है।
पहले कांग्रेस का गढ़ माना जाता था बिलासपुर संभाग
अविभाजित मध्यप्रदेश के दौर में इंदिरा विरोधी लहर के बावजूद 1977-78 के विधानसभा चुनाव में जिले की 19 विधानसभा सीटों में से 13 पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। यही वजह है कि बिलासपुर संभाग को कांग्रेस का गढ़ माना जाता रहा है। जिला विभाजन के दौर में 1998 में जब 10 सीटें हुआ करती थीं, तब यहां पहली बार भाजपा ने 7 सीटें जीती थीं। हालांकि, इसके बाद बहुजन समाज पार्टी ने कांग्रेस के कब्जे वाली सीटों पर पानी फेरने का काम किया। फिर बाद में कांग्रेस ने आपसी गुटबाजी के चलते अपने ही गढ़ को ढहा दिया।