ACN18.COM कोरबा/प्रदेश की जनता को सस्ते दर पर दवा मुहैया हो सके इस कारण प्रदेश सरकार ने हर जिले में जेनेरिक मेडिकल स्टोर खोल रखा है जहां लोगों को सस्ते दर पर ब्रांडेड दवा मिल रही है। लेकिन जागरुकता की कमी के कारण लोग आज भी महंगी दवाईयां खरीद रहे है। लोगों की माने तो डाॅक्टर द्वारा जो दवा लिखी जाती है वे उन्हीं को खरीदते है। जेनेरिक मेडिकल स्टोर के संचालन कर्ता की मानें तो जेनेरिक दवा भी ब्रांडेड दवा की तरह है लिहाजा लोगों को जेनेरिक दवा का उपयोग करना चाहिए।
जिन उद्देश्यों के तहत प्रदेश की भूपेश सरकार ने पूरे छत्तीसगढ़ में जेनेरिक मेडिकल स्टोर खुलवाया था उसकी सार्थकता सिद्ध नहीं हो पा रही है। लोगों को सस्ते दर पर दवा उपलब्ध करवाने की मंशा से सरकार ने यह कदम उठाया था लेकिन चिकित्सकों की मनमानी के कारण लोग जेनेरिक दवाओं के बजाए ब्रांडेड दवा खरीद रहे है। चिकित्सक जेनेरिक दवा लिखने के बजाए ब्रांडेड दवा लिखते हैं यही वजह है,कि मजबूरी में लोगों को जेनेरिक दवा के स्थान पर ब्रांडेड दवाओं को तरजीह देनी पड़ रही है।
जेनेरिक दवाओं के संबंध में हमने मेडिकल स्टोर के संचालन कर्ता शिव अग्रवाल से बात की तब उन्होंने बताया,कि जेनेरिक दवा भी ब्रांडेड दवाओं की तरह ही। वो दवा भी वहीं काम करती है,जो ब्रांडेड दवा करती है लिहाजा लोगों को सरकार की बात मानते हुए जेनेरिक दवाओं का उपयोग करना चाहिए। उन्होंने बताया,कि लोग भी धीरे-धीरे जागरुक हो रहे हैं और जेनेरिक दवा खरीदने मेडिकल स्टोर तक आ रहे है।
अक्सर देखा जाता है,कि कमिशन के फेर में चिकित्सक जेनेरिक दवा के स्थान पर ब्रांडेड दवा लिखते है। इस सवाल के जवाब में एक चिकित्सक ने कहा,कि ऐसा नहीं है। चिकित्सक वही दवा लिखता है,जिससे मरीज जल्द से जल्द ठीक हो सके। कमिशन की बात पूरी तरह से गलत है।
सरकारी योजनाओं को लेकर आम जनता को जागरुक होने की जरुरत है तब जाकर कहीं योजना सफल हो सकेगी। प्रशासन को भी योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने की जरुरत है ताकी आम जनता की जेब पर डाका न डले।
अस्पतालों में कम होने लगे कोरोना के मरीज, सक्रिय मरीज भी घटे