acn18.com कोरबा / शानदार तरीके से स्क्रिप्ट लिखते हुए अधिकांश ग्रामीणों और शहर के कुछ लोगों को लाखों की चपत लगाने के मामले में पुलिस ने आरपी ग्रुप के राजेंद्र दिव्या को गिरफ्तार किया है जबकि उसके 3 साथी फरार है। इन सभी पर कई लोगों के साथ लाखों की ठगी करने का आरोप है। यूरेनियम डील का हवाला देकर आरोपियों ने लोगों को झांसा दिया था कि उन्हें 1 साल के भीतर करोड़पति बना दिया जाएगा। सच्चाई सामने आने पर लोगों ने पुलिस के पास इस मामले की शिकायत दर्ज कराई।
छत्तीसगढ़ सरकार के लोगो का उपयोग करने के साथ आरोपियों ने अपनी फर्जीवाड़ा की दुकानदारी वर्ष 2016 से प्रारंभ की। शातिर दिमाग चलाते हुए इन लोगों ने अपने शिकार की तलाश विभिन्न क्षेत्रों में की। 50000 से 1 लाख रुपए लगाने पर एक करोड़ का फायदा होने की बात पर लोगों ने विश्वास किया और जाल में फस गए। पुलिस ने बताया कि ज्योति सोनी से 1 लाख 35 000 और नागेश्वर दास एवं उसके परिचितों से 55 लाख रुपए की ठगी की गई। इस काम को 4: लोगों ने मिलकर अंजाम दिया। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए रायपुर से राजेंद्र दिव्य को गिरफ्तार किया है उसके कब्जे से आरबीआई का फर्जी पत्र, आईडी सहित कई सामान जपत किए गए।
बताया गया की जालसाजी करने वालों ने वकील से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को भी अपने निशाने पर लेने के साथ उन्हें नुकसान पहुंचाया। इस मामले में पीड़ितों की संख्या आगे बढ़ सकती है और इस आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
यह बताना उचित होगा कि छत्तीसगढ़ में पिछले वर्षों में चिटफंड कंपनियों के द्वारा हजारों लोगों के साथ छल करते हुए उनकी राशि हड़प ली गई। काफी समय तक इंतजार करने के बाद इन मामलों में कार्रवाई हुई और अब प्रदेश सरकार ने ऐसी कंपनियों की संपत्ति का पता लगाने के बाद उन्हें नीलम किया है। अगली कड़ी में प्राप्त राशि उन निवेशकों को दी जाएगी जो इन कंपनियों से सताए हुए हैं।
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