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कर्नाटक के पूर्व डिप्टी सीएम कांग्रेस में शामिल:2 दिन पहले भाजपा से इस्तीफा दिया था, शिवकुमार का दावा- अभी और आएंगे

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कर्नाटक के पूर्व डिप्टी सीएम लक्ष्मण सवाडी ने शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी ज्वाइंन कर ली। कांग्रेस चीफ डीके शिवकुमार ने उनका पार्टी में स्वागत किया। - Dainik Bhaskar
कर्नाटक के पूर्व डिप्टी सीएम लक्ष्मण सवाडी ने शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी ज्वाइंन कर ली। कांग्रेस चीफ डीके शिवकुमार ने उनका पार्टी में स्वागत किया।

कर्नाटक के पूर्व डिप्टी सीएम लक्ष्मण सवाडी शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। कांग्रेस चीफ डीके शिवकुमार ने उनका पार्टी में स्वागत किया और यह दावा किया कि आने वाले दिनों में कई भाजपा नेता कांग्रेस पार्टी में शामिल होंगे। दरअसल, पूर्व डिप्टी सीएम सवाडी ने अथनी विधानसभा से भाजपा से टिकट नहीं मिलने के बाद बुधवार को विधायक पद और बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।

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इनके अलावा विधायक एमपी कुमारस्वामी भी गुरुवार को भाजपा छोड़ चुके हैं। वहीं पूर्व मंत्री केएस ईश्वरप्पा लिस्ट जारी होने से पहले ही चुनावी राजनीति से संन्यास ले चुके हैं। यानी वे राजनीति में तो रहेंगे, लेकिन चुनाव नहीं लड़ेंगे।

कर्नाटक के पूर्व डिप्टी सीएम लक्ष्मण सावदी कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए।
कर्नाटक के पूर्व डिप्टी सीएम लक्ष्मण सावदी कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए।

JDS ने जारी की उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट

JDS पार्टी ने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में पार्टी ने 49 उम्मीदवारों के नाम जारी किए हैं।

पूर्व डिप्टी सीएम बोले- भाजपा केवल सत्ता की राजनीति कर रही है
पूर्व डिप्टी सीएम लक्ष्मण सावदी ने कहा कि BJP अपने सिद्धांतों का पालन नहीं कर रही है, केवल सत्ता की राजनीति कर रही है। पुरानी भाजपा कहीं नजर नहीं आ रही, वे किसी भी कीमत पर सत्ता में रहना चाहते हैं। हमें कांग्रेस पार्टी को मजबूत करना है।

CM बसवराज बोले- कुछ नेता विधायक बनने की इच्छा से बदल रहे दल
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार को पूर्व CM लक्ष्मण सावदी के कांग्रेस में जाने को लेकर कहा कि विधायक बनने की इच्छा रखने वाले कुछ नेता अलग हो सकते हैं, लेकिन कार्यकर्ता पार्टी के लिए कमिटेड हैं। कांग्रेस कुछ असंतुष्ट भाजपा नेताओं को शामिल कर रही है जो टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं। यह स्वाभाविक है कि रूलिंग पार्टी में टिकट की अधिक डिमांड रहेगी।

उन्होंने कहा कि नेताओं के दल बदलने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। साथ ही उन्होंने दावा किया कि लगभग 60 विधानसभा क्षेत्रों में सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के पास सही उम्मीदवारों की कमी है। हमारी पार्टी और कार्यकर्ता मजबूत हैं और जनता हमारी जीत सुनिश्चित करेगी।

एक हफ्ते में जेडीएस के तीन विधायकों ने पार्टी बदली थी, 4 बार के विधायक भी शामिल
जेडीएस के विधायक एटी रामास्वामी और बीजेपी के एनवाई गोपालकृष्ण ने 1 अप्रैल को अपनी-अपनी पार्टियों से इस्तीफा दिया था। इसके बाद रामास्वामी बीजेपी में शामिल हो गए थे। वो जेडीएस से विधायक पद का इस्तीफा देने वाले दूसरे विधायक थे। उनसे पहले गुब्बी से चार बार के विधायक एसआर श्रीनिवास ने अपने पद से इस्तीफा दिया था और वो कांग्रेस में शामिल हुए थे।

जेडीएस विधायक केएम शिवलिंग गौड़ा ने भी कर्नाटक में आचार संहिता लगने के बाद अपने पद से इस्तीफा दिया था। वो चुनाव से पहले पार्टी छोड़ने वाले तीसरे विधायक थे। बता दें कि एक हफ्ते के अंदर जेडीएस के इन तीनों विधायकों ने पार्टी छोड़ी थी। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधायक नेहरू ओलेकर ने भी विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने के बाद गुरुवार को पार्टी छोड़ दी थी। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एनआर रमेश को भाजपा से टिकट ना मिलने के बाद उनके करीब 1200 से अधिक समर्थकों ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।

शेट्टार ने भाजपा अध्यक्ष से की मुलाकात, विधायक रघुपति भी नाराज
भाजपा के चुनावी उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट के बाद भी पूर्व CM जगदीश शेट्टार के नाम की घोषणा नहीं की गई है। शेट्टार हुबली-धारवाड़ से विधायक हैं। उन्होंने मंगलवार को दावा किया कि पार्टी ने उन्हें चुनाव नहीं लड़ने के लिए कहा है। टिकट न मिलने पर उन्होंने नाराजगी जताई। इस बयान के बाद उन्हें दिल्ली बुलाया गया, जहां उन्होंने बुधवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की।

वहीं, उडुपी से विधायक रघुपति भट्ट को भी इस बार पार्टी ने टिकट नहीं दिया है, जिसे लेकर वे काफी भावुक हैं। भट्ट को इस बात का ज्यादा दुख है कि उन्हें इस बात की जानकारी टीवी चैनलों से मिली। उन्होंने कहा-अगर उनकी जाति की वजह से उन्हें टिकट नहीं दिया गया है तो वह इसे स्वीकार नहीं कर सकते हैं। ऐसे में अटकलें लगाईं जा रही हैं कि वो भी पार्टी छोड़ सकते हैं।

ईश्वरप्पा का संन्यास, शिवमोगा में नगर निगम में 21 सदस्यों के इस्तीफे
पूर्व मंत्री केएस ईश्वरप्पा के संन्यास के बाद शिवमोगा में नगर निगम के 19 सदस्यों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मेयर और डिप्टी मेयर ने भी पद छोड़ दिया है। शिवमोगा के जिला अध्यक्ष ने भी ईश्वरप्पा के समर्थन में इस्तीफा दिया है।

बता दें कि तत्कालीन ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री (RDPR) केएस ईश्वरप्पा पर मंत्री पद पर रहते हुए 40% कमीशन लेने का आरोप लगा था। ठेकेदार संतोष पाटिल ने उन पर आरोप लगाकर आत्महत्या कर ली थी, जिसके बाद उन्हें अप्रैल 2022 में मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। हालांकि जांच के बाद उन्हें क्लीन चिट दे दी गई थी।

मजबूत स्थिति में नजर आ रही कांग्रेस,
इस बार कांग्रेस पार्टी मजबूत स्थिति में नजर आ रही है। अन्य दलों को छोड़कर कांग्रेस में दो बड़े नेता शामिल हुए हैं। पहले, पूर्व डिप्टी सीएम लक्ष्मण सावदी और दूसरे, 4 बार के विधायक एसआर श्रीनिवास। वहीं, भाजपा में लगातार इस्तीफे दिए गए हैं। कई विधायक टिकट काटे जाने से नाराज हैं। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा अब तक बहुमत के आंकड़े को पार नही कर पाई है। हालांकि पिछले बार के चुनाव में यह सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। ऐसे में करीब 30 सीटों पर बगावत का सामना कर रही बीजेपी को लगभग 10 सीटों पर नुकसान उठाना पड़ सकता है। बता दें कि भाजपा ने दो लिस्ट जारी करके 212 कैंडिडेट्स के नाम की घोषणा की थी। 212 सीटों पर 19 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे गए थे।

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