Acn18.com/रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 1 जुलाई शनिवार को रायपुर आ रहे हैं। एयरपोर्ट पर कुछ देर रुकने के बाद वो सीधे कांकेर के लिए रवाना होंगे। नक्सल प्रभावित जिले में सियासी सभा करेंगे। राजनाथ सिंह बस्तर संभाग के कांकेर जिले में सुरक्षा बल के अफसरों स्थानीय भाजपा नेताओं से भी मुलाकात कर सकते हैं।
तय कार्यक्रम के मुताबिक राजनाथ सिंह शनिवार दोपहर दिल्ली से निकलकर विशेष विमान से स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पहुंचेंगे। दोपहर करीब 1:00 बजे के आसपास वो रायपुर पहुंचेंगे। यहां से BSF के हेलिकॉप्टर कांकेर जाएंगे। कांकेर में नगर सैनिक ग्राउंड में रक्षा मंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जा सकता है। इसके बाद वह कांकेर के सर्किट हाउस में कुछ देर बिताने के बाद दोपहर 2:30 से 3:00 बजे के आसपास मेला भाटा ग्राउंड में आम सभा को संबोधित करेंगे। शाम 4:30 से 5:00 बजे के आसपास रायपुर लौटकर दिल्ली के लिए रवाना होंगे
राजनाथ सिंह का ये दौरा सुरक्षा के लिहाज से भी संवेदनशील है। इसलिए सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं। राजनाथ सिंह के लिए ब्लैक कैट कमांडो की टीम तैनात रहेगी। इसके अलावा स्थानीय पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स भी सुरक्षा व्यवस्था में तैनात किए जाएंगे। कांकेर जिला प्रशासन भी तैयारियों में जुटा है। स्थानीय भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को पूरे बस्तर संभाग से इस सभा में लोगों को जुटाने के काम पर लगाया गया है। कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव, डॉ रमन सिंह समेत तमाम बड़े नेता शामिल होंगे।
जहां कमजोर भाजपा वहां लगा रही ताकत
15 साल प्रदेश में शासन चलाने वाली भारतीय जनता पार्टी के पास आज 13 विधायक हैं। बस्तर संभाग में बुरी तरह से हार देख चुकी पार्टी प्रयास कर रही है दमदार वापसी की। यही वजह है कि बस्तर संभाग पर भाजपा का फोकस है। लगातार बड़े नेताओं का बस्तर दौरा जारी है। बीजेपी ने बस्तर संभाग की दो लोकसभा सीट और 12 विधानसभा सीटों पर ध्यान केंद्रित किया है। संगठन के बड़े नेताओं ने कई दिन बस्तर में बिताए अब राजनाथ की सभा भी यहां हो रही है। राजनाथ इस सभा में केंद्र सरकार की योजनाएं गिनवाकर वोटर्स का ध्यान खीचेंगे।
टॉप लीडरशिप की निगाह छत्तीसगढ़ पर
चुनावी साल में भाजपा ने अपने बड़े नेताओं को छत्तीसगढ़ में तैनात कर दिया है। बीते 22 जून को गृहमंत्री अमित शाह का दौरा हुआ था । आज राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा भी बिलासपुर पहुंच रहे हैं। जुलाई के पहले सप्ताह में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी रायपुर आ सकते हैं। बीते बुधवार 28 जून को दिल्ली में PM मोदी के आवास में एक मीटिंग भी हुई। इसमें MP, CG और राजस्थान को लेकर खास चर्चा भी हुई क्योंकि इन राज्यों में चुनाव हैं।
4 दिन पहले पाकिस्तान पर बोले सिंह – घुसकर मारेंगे
4 दिन पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जम्मू विश्वविद्यालय के जनरल जोरावर सिंह ऑडिटोरियम में सिक्योरिटी कॉन्क्लेव में शामिल हुए। यहां उन्होंने कहा कि भारत अब ताकतवर बनता जा रहा है। भारत सीमा के इस पार भी मार सकता है और जरूरत पड़ी तो सीमा के उस पार भी मार सकता है। रक्षा मंत्री ने कहा कि उरी और पुलवामा की जो घटना थी, उस वक्त मैं ही गृह मंत्री था।
मैं PM की इच्छाशक्ति की सराहना करना चाहूंगा कि उन्होंने 10 मिनट के अंदर फैसला कर लिया। इसके बाद आपने देखा कि हमारे जवानों ने सीमा के इस पार ही नहीं बल्कि उस पार जाकर आतंकवादियों का सफाया करने में कामयाबी हासिल की। इसके साथ ही भारत ने दुनिया को ये मैसेज दिया कि भारत अब पहले जैसा भारत नहीं रहा। भारत अब ताकतवर बनता जा रहा है। भारत सीमा के इस पार भी मार सकता है और जरूरत पड़ी तो सीमा के उस पार भी मार सकता है।
कौन हैं ये कमांडो जो करते हैं रक्षा मंत्री की रक्षा
देश के रक्षा मंत्री समेत कई VVIP हस्तियों की सुरक्षा में तैनात कमांडो बेहद खास होते हैं। जो मुश्किल से मुश्किल परिस्थियों में भी लोगों की जान बचाते हैं। 26/11 के आंतकी हमले में इन्हीं जवानों ने मोर्चा संभाला था। होटल ताज में घुसकर आतंकियों को ढेर किया था। यह कमांडो सिर से पांव तक काले रंग के कपड़ों में ढके रहते हैं इसलिए इन्हें ब्लैक कैट कमांडो कहा जाता है।
ये नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) के जवान होते हैं। इस फोर्स का गठन साल 1984 में किया गया था, ताकि देश के विशिष्ट लोगों की सुरक्षा की जाए। इस कमांडो की सीधी भर्ती एनएसजी में नहीं होती है। इसकी ट्रेनिंग के लिए भारतीय सेना और अर्धसैनिक बलों के सर्वश्रेष्ठ जवानों को चुना जाता है। इसकी ट्रेनिंग बहुत कठिन होती है। बता दें कि एनएसजी में चुने जाने वाले कमांडो में 53% कमांडो भारतीय सेना से आते हैं, शेष 45% कमांडो सीआरपीएफ, आइटीबीपी, आरएएस और बीएसएफ से चुने जाते हैं।