acn18.com कोरबा/ कुरदा गांव में विवाद और मारपीट के बाद 3 दिन से लापता युवक शैलेष रात्रे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। कोरबा में उसका शव मिलने के बाद परिजनों को इसकी जानकारी दी गई। परिजनों ने आशंका जताई है कि पड़ोसियों की भूमिका इस मामले में हो सकती है जो कि हत्या का प्रतीत होता है। पुलिस ने मर्ग कायम किया है और मामले की जांच में जुट गई है।
कोरबा जिले के सीमावर्ती जांजगीर-चांपा जिले के अंतर्गत आने वाले कुर्दा गांव के निवासी शैलेष रात्रे की संदेहास्पद परिस्थितियों में हुई मौत ने उसके परिजनों को हतप्रभ करने के साथ शोक में डुबो दिया है। शैलेश के पिता की मौत कुछ वर्ष पहले हो चुकी है और वह अपने एक भाई और मां के साथ गांव में निवासरत था। खबर के अनुसार हाल में ही एक मामले को लेकर पड़ोस में रहने वाले लोगों से उसका विवाद हुआ था और बाद में मारपीट हुई थी। जिसके बाद से शैलेष डरा हुआ था और वह गांव से बाहर चला गया था। इसी दौरान उसकी मौत हो गई। शैलेश की मां इन बातों का जिक्र करने के साथ आशंका जताई है कि उसके पुत्र की दुर्घटना में मौत नहीं हुई बल्कि उसकी हत्या की गई है। वह चाहती है कि पुलिस इस मामले की जांच पड़ताल करें।
शैलेष के रिश्तेदार जगदीश प्रसाद ने बताया कि उसका भतीजा 3 दिन से लापता था और इस बीच उसकी मौत हो गई। युवक कोरबा क्यों आया था और उसके साथ क्या कुछ हुआ, यह समझ से परे है।
शैलेष की मौत को लेकर मिली सूचना के बाद पुलिस ने मर्ग कायम किया और उसके शव का पोस्टमार्टम कराया। पुलिस को दिए बयान में मृतक के परिजनों ने कई बातों की जानकारी दी है। ऐसे में संभव है कि पुलिस अपनी जांच की दिशा बयान के आधार पर तय करेगी।
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