Acn18.com/आदि शक्ति माॅं दुर्गा के आराधना का पर्व रविवार यानी आज से शुरू हो गया है और पर्व के पहले दिन से ही बालोद जिला के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित माता के देवालयों में भक्तिमय वातावरण के बीच विधिविधान से पूजा आरती व देवी की उपासना शुरू हो गई है जो कि पूरे नौ दिनों तक कायम रहेगी। क्षेत्र के प्रसिद्ध देवी मंदिर माॅं गंगा मैया, माॅं सियादेवी, माॅं महामाया मंदिर व कुकुर देव मंदिर स्थल में भक्तों के द्वारा आज मनोकामना ज्योति कलश भी प्रज्वलित किए गए हैं।
9 दिनों तक धार्मिक आयोजनों का दौर रहेगा जारी
जिले के ग्राम झलमला में स्तिथ माँ गंगा मइया मंदिर में आज नवरात्र के पहले दिन भक्तों की भारी भीड़ नजर आई। जिले से ही नहीं बल्कि प्रदेश के कोने-कोने से श्रद्धालु यहां पहुचे हैं। इस बार गंगा मइया के मंदिर में 900 मनोकामना ज्योतकलश की स्थापना की गई है। वृंदावन से 11 पंडितों द्वारा आज शक्तिवाचन के माध्यम से विधिवत पूजा अर्चना कर ज्योत प्रज्जवलित की गई। नवरात्र के 9 दिनों तक यहां विभिन्न धार्मिक आयोजनों का दौर जारी रहेगा। यहां मंदिर के बगल परिसर में विशाल मेला भी लगाया गया है।
दर्शन के लिए जुटी श्रद्धालुओं की भीड़
वहीं नारागांव के जंगल पर स्थित माॅं सियादेवी मंदिर में पारम्परिक पूजा-अर्चना के साथ 400 मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित किया गया है। वहीं पांच हजार साल पुरानी माॅं की मूर्ति का दर्शन करने श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी है। बालोद से 47 किलोमीटर दूर पहाड़ी पर स्थित प्राचीन महामाया मंदिर में भी विधिवत पूजा-अर्चना के साथ मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित किया गया।
इन सब के अलावा क्षेत्र के मालीघोरी खपरी में स्थित एकमात्र कुकुर देव मंदिर में नवरात्रि पर्व के दौरान स्वामी भक्त कुत्ता की समाधि स्थल पर लोगों की आस्था देखते ही बनती है। नवरात्रि के दौरान भक्तो के द्वारा यहां भी मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित किया गया है। बहरहाल नवरात्रि पर्व के इन दिनों तक इन धार्मिक स्थलों में मन में माता के प्रति अटूट आस्था लिये दूर-दूर से आये लोग यहां माॅं की एक झलक पाने को उतावले रहते हैं।