Acn18.com/कोतवाली थानांतर्गत राताखार ईलाके में कुछ लोगों के द्वारा आम जनता के बीच वितरित किए जा रहे पुस्तकों को लेकर बड़ा बखेड़ा हो गया। पुस्तक में हिंदू देवी देवताओं के संबंध में लिखी गई आपत्तिजक बातों को लेकर हिंदूवादी संगठन आक्रोशित हो उठें और उन्हें पकड़कर कोतवाली ले आए और पुलिस से कार्रवाई की मांग की। जिन लोगों के द्वारा पुस्तक वितरित की जा रही थी वे संत रामपाल जी महाराज के समर्थक हैं जिन पर हिंदूवादी संगठनों ने देवी देवताओं का अपमान करने का आरोप लगाया है।
कोरबा में संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखी गई एक आध्यात्मिक पुस्तक को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। हिंदू वादी संगठनों ने पुस्तक पर आपत्ति जताते हुए संत रामपाल के समर्थकों पर हिंदू धर्म का अपमान करने का आरोप लगाया है। संत के समर्थकों के द्वारा राताखार क्षेत्र में लोगों के बीच पुस्तकों का वितरण कर रहे थे और उनका प्रचार प्रसार कर रहे थे। हिंदू वादी संगठनों को जैसे ही इस बात की भनक लगी वे मौके पर पहुंचे और अपना विरोध दर्ज कराते हुए लोगों को कोतवाली थाना ले आए और पुलिस से कार्रवाई की मांग की। संगठन का आरोप है,कि जिस पुस्तक का वितरण संत रामपाल के समर्थक कर रहे थे उसमें हिंदू देवी देवताओं के संबंध में आपत्तिजनक बातों का उल्लेख किया गया है।
संत रामपाल महाराज के समर्थकों और हिंदूवादी संगठनों के बीच हुए विवाद के कारण कोतवाली थाना परिसर में गहमा गहमी की स्थिती निर्मित हो गई। हिंदूवादी संगठनों ने संत रामपाल महाराज के समर्थकों पर और भी काफी गंभीर आरोप लगाए। इस संबंध में जब हमने संत के समर्थको से बात की तब उन्होंने कहा,कि वे केवल पुस्तक का प्रचार प्रसार कर रहे थे और उनका मकसद किसी के धर्म को ठेंस पहुंचाना नहीं है।
दोनों संगठनों के बीच हुए विवाद का यह मामला अब पुलिस के पास पहुंच गया है। पुलिस दोनों पक्षों की बात को सुन रही है जिसके बाद ही किसी नतीजे तक पहुंचा जा सकेगा।