acn18.com रांची/ पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में 3 विधायकों के पास से 48 लाख रुपए कैश मिले हैं। बड़ी मात्रा में मिले इस कैश के सोर्स का अभी तक पता नहीं चल सका है। पुलिस ने ड्राइवर समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें तीनों कांग्रेसी विधायक भी शामिल हैं। हावड़ा ग्रामीण एसपी स्वाति भंगालिया ने बताया कि पांचों को आज ही कोर्ट में पेश किया जाएगा।
उधर, झारखंड कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने बताया कि तीनों कांग्रेसी विधायकों को सस्पेंड कर दिया गया है। झारखंड कांग्रेस के एक विधायक के करीबी की ओर से कहा गया है कि महज 40 से 50 लाख रुपए से सरकार नहीं गिराई जा सकती है। बता दें कि झारखंड में भाजपा विपक्ष में है। चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा सबसे पड़ी पार्टी साबित हुई थी। कांग्रेस के समर्थन से उसने सरकार बनाई।
हावड़ा सिटी पुलिस के डीसीपी साउथ प्रतीक्षा झाखरिया ने बताया कि गाड़ी में राजेश कच्छप, नमन विक्सेल कोंगारी और इरफान अंसारी थे। मुखबिरों से जानकारी मिली थी कि पंचला थाना क्षेत्र के रानीहाटी में NH-16 से निकल रही फॉर्च्यूनर में बड़ी मात्रा में कैश है। नाकेबंदी कर हमने गाड़ी रोकी तो जानकारी सही निकली।
कैश का असम कनेक्शन
पुलिस ने इसका खुलासा नहीं किया है, कि कैश का सोर्स क्या है। यह जरूर सामने आ रहा है कि कैश का कनेक्शन पूर्वोत्तर के राज्य असम से है। वहीं, पार्टी सूत्रों के मुताबिक, कुछ दिन पहले ही झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेपीसीसी) के एक पूर्व अध्यक्ष की असम के एक कद्दावर बीजेपी नेता से मुलाकात हुई थी।
यह बैठक दिल्ली के एक फाइव स्टार होटल के बंद कमरे में हुई थी। उस मुलाकात के दौरान कांग्रेस नेता के बेटे भी उनके साथ थे। पार्टी सूत्रों का दावा है कि मीटिंग के बाद से कांग्रेस नेता ने खामोशी से अपनी बिसात बिछाई। उसमें प्राथमिक तौर पर कांग्रेस के पांच विधायक शामिल हुए। उनमें से तीन शनिवार देर रात कोलकाता पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
काली फॉर्च्यूनर से मिला था कैश
हावड़ा पुलिस ने बताया कि इरफान अंसारी जामताड़ा के विधायक हैं, जबकि नमन विक्सल कोंगाडी सिमडेगा के कोलेबिरा और राजेश कच्छप रांची जिला के खिजरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। काले रंग की फॉर्च्यूनर गाड़ी बोकारो के किसी नईम अंसारी के नाम से रजिस्टर्ड है, लेकिन उसके आगे विधायक जामताड़ा का बोर्ड लगा हुआ है। गाड़ी गुवाहाटी से बंगाल की तरफ आ रही थी।
बंगाल पुलिस को मिला था कैश का इनपुट
गाड़ी में कैश मिलने को लेकर बंगाल पुलिस को पहले से इनपुट मिला था। यह इनपुट झारखंड और दिल्ली से मिला था, जिसके बाद बंगाल पुलिस हरकत में आई। हालांकि, कैश की रिकवरी को लेकर अभी तक तीनों में से किसी विधायक ने यह साफ नहीं किया कि इसका सोर्स क्या है।
अंसारी ने इसे कलेक्शन का पैसा बताया, लेकिन कितना और किस कलेक्शन का पैसा है यह नहीं क्लियर कर पाए। देर रात तक हिरासत में लेकर तीनों से पूछताछ की जा रही थी। वहीं, नोटों को गिनने के लिए मशीन मंगाई गई थी
झारखंड कांग्रेस का दावा- सरकार अस्थिर करने की साजिश
कैश रिकवरी के बाद झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेपीसीसी) अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि यह झारखंड सरकार को अस्थिर करने की साजिश है। आने वाले समय में चीजें और स्पष्ट होंगी। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में पिछले महीने उद्धव ठाकरे सरकार के पतन के साथ जो राजनीतिक उठापटक समाप्त हुई है। कुछ वैसी ही तस्वीर झारखंड में भी बनाने की कोशिश की जा रही है।
वहीं, पार्टी के विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि यह काफी गंभीर मामला है। इस पूरे मामले की जानकारी लेकर पार्टी आला कमान को दी जाएगी।
राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद से थे निशाने पर
दरअसल, राष्ट्रपति चुनाव के बाद महागठबंधन खेमे में हुई क्रॉस वोटिंग के बाद से ही कांग्रेस विधायकों पर शक था। राज्य में कांग्रेस के 18 विधायक हैं। कांग्रेस के समर्थन से झामुमो के हेमंत सोरेन की सरकार चल रही है।
पार्टी के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने इसको लेकर पार्टी के विधायकों के साथ वन टू वन मीटिंग भी की थी। उन्होंने कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम से इस संबंध में रिपोर्ट सौंपने का भी निर्देश दिया था। पांडे ने यह भी साफ कहा कि क्रॉस वोटिंग करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे।