Acn18.com/देश के अनेक राज्यों में कोरबा जिले के तेंदूपत्ता की आपूर्ति होती है, जहां के संग्राहकों को बोनस के लिए चक्कर लगाने पड़ रहे है। ग्रामीणों को 2 वर्ष बाद भी इस मामले में सफलता नही मिल सकी है।
वनमंडल कोरबा के कोई गांव की महिला संग्राहक तेंदूपत्ता बोनस नही मिलने से काफी परेशान है। करतला रेंज के अंतर्गत उन्होंने संग्रहण किया था। सरकार की नीति के तहत उन्हें बहुत पहले बोनस मिल जाना था। नाराज महिलाओं ने इसी मामले को लेकर कलेक्टर के बाद डीएफओ को आवेदन दिया। महिलाओं ने आरोप लगाया कि अधिकारी और ठेकेदार एक दूसरे पर जिम्मेदारी थोप रहे है।
आर्थिक रूप से कमजोर ग्रामीण वर्ग लघु वनोपज से अपनी जीविका चला रहा है। ऐसे में उन्हें बोनस के लिए लगातार चक्कर लगाने को मजबूर करने से आक्रोश बढ़ता जा रहा है।