ACN18.COM सूरजपुर/छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का जुदा अंदाज देखने को मिला। वो इस वक्त सूरजपुर जिले के दौरे पर हैं। जिले के अलग-अलग ग्रामीण इलाकों में भेंट मुलाकात कार्यक्रम होना है। यहां रघुनाथनगर पहुंचते CM स्वामी आत्मानंद स्कूल गए। बच्चों के प्ले ग्राउंड में प्रदेश के सियासी खेल के अहम खिलाड़ी का बचपन देखने को मिला। प्रदेश के मुख्यमंत्री यहां ग्राउंड में गिल्ली डंडा खेलने लगे।
CM को बच्चों ने घेर लिया। उनका स्वागत करते हुए बच्चों ने मुख्यमंत्री को राजगीत ‘अरपा-पैरी के धार’ गाकर सुनाया। मुख्यमंत्री भी उनके साथ खड़े होकर ये गीत गुनगुनाते दिखे।
इसके बाद रघुनाथ नगर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बच्चों के आग्रह पर उनके साथ पारंपरिक लोक खेलों में हाथ आजमाया। पिट्ठुल और कंचे भी खेले। बच्चों के साथ खेलते हुए CM ने कहा ये तो मुझे नहीं आता, फौरन कुछ बच्चियों ने कहा लाइए हम सिखाते हैं, फिर उन्होंने बच्चियों के साथ खेलना शुरू किया।
कुछ देर बाद जब CM बघेल स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल के क्लासरूम में पहुंचे तो कक्षा दूसरी में पढ़ने वाली बच्ची स्मृति ने पूछा मुख्यमंत्री जी मैं हेलिकॉप्टर में कब बैठूंगी मुख्यमंत्री ने कहा कि तुम 12वीं में जब टॉप करोगी तो तुमको हेलिकॉप्टर में बिठा लेंगे, लेकिन स्मृति जिद पर अड़ गई कि मुझे आपके साथ आज ही हेलिकॉप्टर में बैठना है। इस पर बच्चे की जिद मुख्यमंत्री नहीं टाल सके और उन्होंने कहा कि तुमको आज ही हेलिकॉप्टर में बिठाएंगे।
मुख्यमंत्री से बच्चों ने अपने घर से लाया टिफिन खाने के लिए अनुरोध किया तो मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं अभी नाश्ता करके आया हूं, लेकिन बच्चे जिद पर अड़ गए कि हम घर से आपके लिए खाना लेकर आए हैं तो वे बच्चों की जिद को नहीं टाल सके। उन्होंने उनके टिफिन का खाना खाया और खूब तारीफ की।
अपने बीच मुख्यमंत्री को पाकर बच्चे बेहद खुश थे। बच्चों ने पूछा कि मुख्यमंत्री जी आपकी प्रेरणा कौन है। मुख्यमंत्री ने जवाब दिया कि बहुत से अच्छे लोगों से मैं मिला सबकी अच्छाइयों से कुछ न कुछ सीखा। गांधी जी के बारे में पढ़ा वो कहते थे गांव में ही असली भारत बसता है, इसलिए हम गांव को लेकर कई योजनाएं चला रहे हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री अपने आगे के कार्यक्रम के लिए रवाना हो गए। शुक्रवार को सीएम सूरजपुर जिले के दौरे पर हैं उन्होंने रघुनाथपुर गोविंदपुर, कतरा और प्रतापपुर जैसे इलाकों में भेंट मुलाकात कार्यक्रम का आयोजन किया है। इस बीच लोगों के साथ मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनेंगे और सरकारी योजनाओं की समीक्षा करेंगे।