ACN18.COM रायपुर/छत्तीसगढ़ के स्टार क्रिकेटर हरप्रीत सिंह भाटिया फरार हैं। देश के बेहतरीन क्रिकेट मैदानों में खेल के लिए भागने वाले हरप्रीत अब भागने का खेल पुलिस से खेल रहे हैं। हरप्रीत के खिलाफ रायपुर के विधानसभा थाने में FIR दर्ज की गई है। मामला फर्जी डॉक्यूमेंट के आधार पर सरकारी नौकरी हासिल करने का है।
रायपुर के महालेखाकार दफ्तर की तरफ से विधानसभा थाने में शिकायत की गई है। इस शिकायत में कहा गया है कि साल 2014 में लेखापाल पद पर भर्ती के लिए हरप्रीत सिंह भाटिया ने आवेदन दिया था। इसमें शैक्षणिक योग्यता के तहत हरप्रीत सिंह भाटिया ने झांसी के बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से BCom फाइनल ईयर की मार्कशीट दी थी। इस फर्जी दस्तावेज के सहारे हरप्रीत सिंह भाटिया ने नौकरी हासिल कर ली।
साल 2014 से अब तक महालेखाकार विभाग भी जांच और सरकारी प्रक्रिया में मशगूल रहा। इसके चलते क्रिकेटर के खिलाफ मामला उजागर नहीं हो सका। अब बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की तरफ से बताया गया कि उन्होंने हरप्रीत सिंह को मार्कशीट जारी ही नहीं की है। विभाग ने हरप्रीत सिंह भाटिया के खिलाफ धारा 420 धारा 468 धारा 467 धारा 469 धारा 470 और 471 में मामला दर्ज कराया है।
अब पुलिस को हरप्रीत सिंह भाटिया की तलाश है। हरप्रीत सिंह भाटिया अपना फोन स्विच ऑफ करके फरार हो चुके हैं। महालेखाकार कार्यालय के अधिकारियों से इस मामले में पूछे जाने पर उन्होंने भी चुप्पी साध ली है और किसी तरह की कोई जानकारी नहीं दी। अब पुलिस इस केस में हरप्रीत दुर्ग भिलाई के ठिकानों पर दबिश दे सकती है।
हरप्रीत का क्रिकेट करियर
हरप्रीत साल 2016-17 में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के सर्वाधिक रन स्कोरर थे। 4 मुकाबलों में 145 के स्टाइक रेट से उन्होंने 211 रन बनाए थे। विजय हजारे ट्रॉफी में भी हरप्रीत ने 629 रन बनाकर सभी को इम्प्रेस किया। IPL में डेक्कन चार्जर्स समेत रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर टीम में रह चुके हरप्रीत सिंह छत्तीसगढ़ रणजी टीम के कप्तान हैं।
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