Acn18.com/ आर के टी सी कोरबा के गेराज में बेल्डर का काम करने वाले दिनेश बरेठ कार्य के दौरान बुरी तरह झुलस गए थे। भिलाई में उनका उपचार हो रहा था जहां आज सुबह उनकी मौत हो गई। दिनेश के परिजनों को पर्याप्त मुआवजा देने की मांग लेकर लोगों ने कंपनी प्रबंधन से चर्चा की। लोगों ने कहा है कि यदि दिनेश के दोनों बच्चों के नाम पर 15 15 लख रुपए फिक्स डिपाजिट नहीं किया गया तो फिर उग्र आंदोलन के लिए वे विवशहोंगे
जांजगीर चांपा निवासी दिनेश बरेठ काशी नगर कोरबा में रहकर आरके टी सी में बेल्डर का काम करते थे। कंपनी द्वारा दिए जाने वाले वेतन से दिनेश अपनी पत्नी दीपिका 9 वर्षीय खुशी और 6 वर्ष के कुशल के साथ आनंद से जीवन यापन कर रहे थे। 12 मई को कार्य के दौरान दिनेश झुलस गए। उन्हें कोरबा से बिलासपुर और फिर वहां से सेक्टर 9 भिलाई अस्पताल इलाज के लिए भेजा गया जहां उनकी आज सुबह मौत हो गई।
दिनेश की मौत से उनके परिवार पर जो वज्राघात हुआ है उससे तुलसी नगर और काशी नगर के लोगों में शोक व्याप्त है। तुलसी नगर में दिनेश की बहन निवास करती है ।जैसे ही लोगों को पता चला बड़ी संख्या में लोग।कंपनी के दफ्तर जा पहुंचे ।वहां बातचीत की गई लेकिन सिर्फ आश्वासन मिला। लोगों ने कहा है कि यदि उचित मुआवजा नहीं मिला तो फिर उग्र आंदोलन के वह लिए लोग बाध्य हो जाएंगे