acn18.com इलाहाबाद। ज्ञानवापी मस्जिद पर आखिरकार अदालत में लंबी बहस के बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की रिपोर्ट सामने आ गई है. ASI ने जीपीआर तकनीक के आधार पर किए गए सर्वे के बाद तैयार रिपोर्ट में बताया कि मस्जिद के निर्माण से पहले जगह पर एक बड़ा भव्य हिन्दू मंदिर था. इसके लिए बतौर प्रमाण के तौर पर उन्होंने 32 ऐसे शिलालेखों का जिक्र किया, जो पुराने हिंदू मंदिरों के हैं.
भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण के सर्वे के बाद सौंपी गई रिपोर्ट में बताया गया कि वर्तमान में जो मस्जिद का जो ढांचा है, उसकी पश्चिमी दीवार पहले के बड़े हिंदू मंदिर का हिस्सा है, और पिलर के नक्काशियों को मिटाने की कोशिश की गई. इसके अलावा मंदिर में पहले एक बड़ा केंद्रीय कक्ष था, और उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम में भी कम से कम एक कक्ष था. इनमें से तीन कक्षों (उत्तर, दक्षिण और पश्चिम) के अवशेष अभी भी मौजूद हैं, लेकिन पूर्व में स्थित कक्ष के अवशेषों का पता नहीं लगाया जा सका है.
वह विशेष क्षेत्र पत्थर के फर्श वाले एक मंच के नीचे ढका हुआ है. जो मंदिर का केंद्रीय कक्ष था वह अब मस्जिद का केंद्रीय कक्ष है. सजाए गए मेहराबों के निचले सिरों पर उकेरी गई जानवरों की आकृतियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था, और गुंबद के अंदरूनी हिस्से को ज्यामितीय डिजाइनों से सजाया गया था.
प्रेस क्लब में फहराया गया तिरंगा झंडा . पदाधिकारी और सदस्यगण रहे मौजूद.देखिए वीडियो…