acn18.com कोरबा/सरकार की योजना के अंतर्गत लोगों को पांच लाख रुपये तक का निशुल्क उपचार देने का काम आयुष्मान योजना से किया जा रहा है। लगातार लोग इसका लाभ प्राप्त कर रहे हैं। निजी अस्पतालों को प्रवेश द्वार के पास आयुष्मान की जानकारी देने वाली हेल्पडेस्क लगाने के निर्देश दिए गए है।
हर किसी को स्वास्थ्य सुविधा के मामले में राहत देने के लिए सरकार काम कर रही है। आयुष्मान योजना इसी का हिस्सा है। सामान्य प्रक्रिया से लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जा रहे है। अब तक 64 प्रतिशत लोगो के कार्ड बन चुके है।
आयुष्मान कार्ड के अंतर्गत इमपैनल किए गए निजी अस्पतालों को कहां गया है वे योजना के बारे में मरीजों को जानकारी देने के लिए जरूरी व्यवस्था करें। नियम के तहत लोगों को योजना का लाभ दिया जाना है अगर किसी कारण से लोग लाभ नहीं लेना चाहते तो इसकी जानकारी उन्हें देनी होती है।
आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद लोगों से रुपयों की वसूली किए जाने के सवाल पर सीएमएचओ ने बताया कि ऐसा करना इसलिए संभव नहीं है क्योंकि सब कुछ फ्री होना है । उनकी पदस्थापना के बाद ऐसा एक भी केस जानकारी में नहीं आया।
निजी अस्पतालों द्वारा किए जाने वाले उपचार के बाद में उन्हें सरकार जो भुगतान करती है उसके लिए पूरा सिस्टम बना हुआ है जो ऑनलाइन है।
वर्तमान स्थिति में कोरबा जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के मिलाकर 35% लोग ऐसे हैं जिन्होंने आयुष्मान कार्ड बनवाने में रुचि नहीं ली है। स्वास्थ्य विभाग ने अपील की है कि ऐसे सभी लोग सरकारी योजना का लाभ लेने के मामले में जरूर आगे आए।