वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में आज सुबह आठ बजे से सर्वे का शुरू होगा। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की 20 सदस्यीय टीम परिसर के अंदर पहुंच गई है। वजुस्थल को छोड़कर संपूर्ण परिसर का सर्वे करेगी।
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने गुरुवार को ASI को वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद के वैज्ञानिक सर्वे की अनुमति दी थी। जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर ने कहा, ‘न्यायहित में सर्वे जरूरी है। मुझे इस तर्क में कोई दम नहीं दिखता कि बिना दीवार खोदे एएसआई नतीजे पर नहीं पहुंच सकता।’
हाई कोर्ट ने सर्वे रोकने की अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद कमेटी की याचिका खारिज कर दी थी। कोर्ट ने वाराणसी लोअर कोर्ट के सर्वे कराने के आदेश को भी सही माना। इस बीच, हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ मस्जिद कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है।
ऐसे होगा सर्वे
जिला जज वाराणसी के आदेश से ASI ने 24 जुलाई को ज्ञानवापी का सर्वे शुरू किया था। लेकिन कुछ घंटे बाद ही सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी थी।
- अब खुदाई नहीं होगी। ग्राउंड पेनिट्रेटिंग राडार (जीपीआर) तकनीक इस्तेमाल करेंगे। इसमें रेडियो वेव की फ्रीक्वेंसी के जरिये पता चल जाता है कि जमीन या दीवार के अंदर क्या है।
- कार्बन डेटिंग पद्धति से भी साक्ष्यों की जांच की जाएगी।
- दीवारों, नींव, मिट्टी में रंग परिवर्तन की भी जांच करेंगे।