Acn18.com/गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले में धड़ल्ले से अवैध रेत उत्खनन और परिवहन का काम जारी है। रेत माफियाओं और वाहन मालिकों के हौसले इतने बुलंद हैं कि रेत घाट पर स्थानीय लोगों को धमकाया जा रहा है। ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें रेत माफिया स्थानीय ग्रामीण के साथ दादागिरी करता हुआ नजर आ रहा है।
पूरा मामला मरवाही के वन परिक्षेत्र खन्ता का है, जहां साजानार जंगल के तिपान नदी में अवैध रेत उत्खनन और परिवहन को लेकर दो पक्षों के बीच जमकर विवाद हुआ। विवाद इतना बढ़ गया कि हाथापाई की भी नौबत आ गई। सबसे बड़ी बात तो ये है कि जिस बीट में यह विवाद हो रहा है, उसके वनरक्षक भी मौके पर मौजूद हैं। वीडियो में रेत माफिया स्थानीय ग्रामीण को वन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों से मिलीभगत का धौंस दिखाते हुए बिना डरे अवैध रेत ले जाने की बात कह रहा है।
अवैध रेत उत्खनन करने वाले लोग डिप्टी रेंजर और दूसरे बीट के वनरक्षक साथी पर रिश्वत लेकर अवैध रेत उत्खनन और परिवहन करने देने को लेकर खुला संरक्षण प्राप्त होने की बात कह रहे हैं। वीडियो में साफतौर पर देखा जा सकता है कि उस बीट में पदस्थ वनरक्षक की मौजूदगी में अवैध रेत का कारोबार करने वाले लोग किस तरह गांव के ही लोगों को धमकाते हुए नजर आ रहे हैं।
रेत माफियाओं के साथ मिलीभगत के कारण उस बीट में पदस्थ वनरक्षक भी मूकदर्शक बनकर तमाशा देख रहा है। अवैध रेत से भरे ट्रैक्टरों को जब्त कर उच्च अधिकारियों को अवगत कराने के बजाय वनरक्षक आरोपियों के साथ ही खड़ा होता हुआ नजर आया।
ये है पूरा मामला
रेत माफिया अवैध रेत का उत्खनन कर ट्रैक्टर में उसे भर रहा है। एक ट्रैक्टर में रेत भरी हुई थी, दूसरे में लोड की जा रही थी। यहां एक वनरक्षक भी खड़ा था। इस बीच वहां से गुजर रहे ग्रामीणों ने वीडियो बनाना शुरू कर दिया, जिस पर रेत माफिया ने उसके साथ बहस की और वीडियो बनाने से मना किया। आरोपी ने ग्रामीण को धमकी भी दी। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने मरवाही थाने में दर्ज कराई है। इस मामले में खन्ता के वनरक्षक से जानकारी ली गई, तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।