Acn18.com/चेकपोस्ट भद्रापारा में नवविवाहिता ने फांसी लगाकर जान दे दी। साड़ी से बने फंदे में वह लड़की पाई गई। इसी वर्ष फरवरी महीने में उसका विवाह हुआ था। परिजनों का आरोप है कि कई प्रकार से पति के द्वारा प्रताड़ित करने से त्रस्त होकर मनजू विश्वकर्मा ने यह कदम उठाया है। पुलिस ने मामले मैं संज्ञान लिया है और आगे की कार्रवाई कर रही है।
मजदूरी कर परिवार का जीवन यापन करने वाले विश्वकर्मा परिवार ने 24 फरवरी को 23 वर्षीय मंजू विश्वकर्मा का विवाह एक स्वजाती युवक से किया था। कुछ दिन तक ठीक रहा लेकिन उसके बाद प्रताड़ना का दौर शुरू हो गया। वैवाहिक जीवन के 2 महीने किसी तरह बीते और मंजू ने जिंदगी से तंग आकर खुदकुशी कर ली। उसके परिवार के लोग वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आसपास में ही गए हुए थे। घर लौटने पर मंजू ने दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद उसके मोबाइल पर कॉल किया गया। कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर छोटी बहन ने नीचे से झांक कर देखा तो माजरा समझ में आ गया।
परिजनों ने आरोप लगाया कि अलग-अलग कारण से पति मंजू पर शक करता था और मारपीट करता था। प्रताड़ना के कारण ही मंजू ने आत्महत्या की है।
परिजनों के द्वारा इस मामले की जानकारी पुलिस को दिए जाने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू की गई ।। याद रहे देश में महिलाओं के साथ लगातार हो रही घटनाओं को देखते हुए ठोस कानून बनाने की दिशा में काम किया गया है । इसके बाद भी घटनाओं का सिलसिला जिसकी तो जा रही है । घरेलू हिंसा से महिला वर्ग को बचाने के लिए भारत की संसद द्वारा महिला संरक्षण अधिनियम 2005 पारित किया गया जिसका उद्देश्य घरेलू हिंसा से महिलाओं को बचाना है और पीड़ित महिलाऔं को कानूनी सहायता उपलब्ध कराना है। यह 26 अक्टूबर 2006 को लागू हुआ है। इसके अंतर्गत महिलाओं को प्रताड़ित किए जाने के मामलों में इस अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही हैं और आरोपियों को सबक सिखाने का प्रयास किया जा रहा है। इतना सब कुछ होने के बाद भी आए दिन तरह-तरह से घरेलू हिंसा के मामले प्रकाश में आ रहे हैं यह सब बताते हैं कि अभी भी समाज में बहुत सारे कांटे मौजूद हैं जिनकी समाप्ति के लिए लंबा समय लग सकता है।