acn18.com रायपुर / भारतीय मजदूर संघ छत्तीसगढ़ ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं, मध्यान्ह भोजन योजना में कार्यरत् रसोईयों व मितानिनों सहित असंगठित व संगठित क्षेत्र की मांगो को लेकर राजधानी रायपुर में जबरदस्त प्रदर्शन कर धरना दिया एवं रैली निकालकर विधानसभा घेरने निकल पड़े। हजारों का हुजुम जब विधानसभा घेरने आगे बढ़ा तो प्रशासन ने कई चक्र के सुरक्षा घेरे में रोक दिया, तब प्रदर्शनकारी वही बैठकर पूरी व्यवस्था ठप्प कर दी।
अपनी विभिन्न मांगो को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका,मध्यान्ह भोजन रसोईया संघ,मितानीनों के साथ ही अन्य संगठनों को भारतीय मजदूर संघ का साथ मिला है। संगठन के बैनर तले हजारों की संख्या में लोगों ने प्रदर्शन करते हुए विधानसभा का घेराव करने के लिए निकले लेकिन प्रशासन ने उन्हें बीच रास्ते में ही रोक दिया। सरकार द्वारा आबंटित धरना स्थल तूता रायपुर में सुबह से ही बसों में व अन्य वाहनों में भरकर कार्यकर्ता पहुंचने लगे थे। आंदोलन के समय तक विशाल परिसर प्रदर्शनकारियों से खचा-खच भर चुका था। ठीक 11 बजे संगठन के प्रदेश महामंत्री ने आंदोलन प्रारंभ करने की घोषणा की जिसके बाद धरना प्रदर्शन प्रारंभ हो गया, इस दौरान भारतीय मजदूर संघ की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नीता चैबे ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं के सरकारीकरण की मांग का जिक्र करते हुये कहा कि इस हेतु लंबे समय से हम संघर्षरत् है। उन्होने राज्य शासन पर वायदाखिलाफी का आरोप लगाते हुये कहा कि बघेल सरकार चुनाव जीतने के पहले आंगनबाड़ी कर्मियों को न्यूनतम वेतन देने का वायदा किया था, किन्तु अब सरकार वायदे से मुकर गई है।