acn18.com रायपुर/भारतीय किसानों की प्रति परिवार औसत मासिक आय 10,218 हजार रुपए है। देश में मेघालय 29 हजार रुपए के साथ शीर्ष पर हैं। इसके बाद पंजाब (26.70 हजार रुपए मासिक प्रति परिवार) और हरियाणा (22.84 हजार रुपए मासिक प्रति परिवार) के किसान देश में आर्थिक तौर पर सर्वाधिक सक्षम हैं। इस सूची में सबसे नीचे झारखंड है। यहां के किसान परिवार 4,895 हजार रुपए औसत मासिक आय के साथ देश में सर्वाधिक दयनीय स्थिति में हैं।
इसके बाद ओडिशा (5,112 हजार रुपए मासिक प्रति परिवार) और पश्चिम बंगाल (6,762 हजार रुपए मासिक प्रति परिवार) के किसानों की स्थिति सबसे खराब है। छत्तीसगढ़ किसानों की मासिक आय के मामले में 24 वें स्थान पर है। यहां प्रत्येक किसान परिवार हर महीने औसतन 9,677 रुपए कमाता है।
प्रदेश में किसान परिवारों पर औसतन 21.5 हजार कर्ज, देश में हम 22वें पायदान पर हैं 74,121 रुपए का औसतन कर्ज भारत के प्रत्येक किसान परिवार पर।
21,443 रुपए का औसत कर्ज है प्रदेश के प्रत्येक किसान परिवार पर। देश में 22वें स्थान पर।
2.45 लाख रुपए औसत कर्ज के साथ आंध्र प्रदेश के किसान देश में सबसे दयनीय हालत में।
1,750 रुपए औसत कर्ज के साथ नागालैंड के किसान परिवारों की स्थिति देश में सबसे बेहतर।
किसानों का 9200 करोड़ कर्ज माफ
छत्तीसगढ़ शासन से मिले आंकड़ों के अनुसार 2018 में भूपेश सरकार बनने के बाद पहले ही दिन किसानों की कर्जमाफी शुरू हो गई। चार साल में प्रदेश के 17 लाख 82 हजार किसानों का 9270 करोड़ का कर्ज माफ किया गया है। खास बात यह है कि इन चार वर्षों में 325 करोड़ रुपए के सिंचाई कर की माफी भी की गई है। यही नहीं, निजी कंपनियों द्वारा 1707 किसानों की अधिगृहीत 42 सौ एकड़ जमीन उन्हें वापस करवाई गई है।
केंद्र ने 15 साल से नहीं की कर्जमाफी
केंद्र सरकार ने 2008-09 में किसानों का ऋण माफ किया। तब से अब तक किसानों कीे कर्जमाफी से जुड़ी कोई योजना नहीं बनी है।
बजट से उम्मीद
इस साल बजट में किसानों से 20 क्विंटल प्रति एकड़ के साथ ही 3 हजार रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदने की घोषणा की जा सकती है। इससे किसानों का एक-एक दाना धान खरीदने का वादा भी पूरा होगा।