acn18.com कोरबा/छत्तीसगढ़ के राजस्व मंत्री और कोरबा शहर विधायक जयसिंह अग्रवाल राखड़ को लेकर खासे नाराज दिख रहे हैं. उन्होंने सड़क के किनारे फेंकी जा रही राख को लेकर नाराजगी जताई है और कहा है कि यदि राख फेंकने वालों ने इसे 1 सप्ताह के अंदर नहीं उठाया तो उसे उनके यहां ही फेकवा दी जाए.
राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल कोरबा शहरी क्षेत्र के भ्रमण पर निकले तो जगह-जगह उन्हें सड़क के किनारे फेंकी गई राख दिखाई दी. उन्होंने मौके पर ही प्रशासनिक अधिकारियों को बुलवाया और अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा एक सप्ताह के अंदर सड़क के किनारे फेंकी गई राख हटा ली जाए. यदि रात फेंकने वाले ऐसा ना करें तो वापस उनके यहां ही इसे फेकवा दिया जाए.
जब एक अधिकारी ने बताया कि इस राख को फेंकने की पर्यावरण संरक्षण मंडल द्वाराअनुमति दी गई है तब राजस्व मंत्री ने कहा कि पर्यावरण वाले तो हमारे घर में भी राख फेकने की अनुमति दे देंगे. राजस्व मंत्री ने कहा है कि वे शहर का सत्यानाश नहीं होने देंगे. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोयला ट्रक अब शहर के अंदर से नहीं चले ऐसी व्यवस्था की जाए.
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ का कोरबा जिला यदि कोयला बिजली और एलमुनियम के लिए पूरे दुनिया में प्रसिद्ध है तो प्रदूषण के नाम पर कोरबा के मस्तक पर एक दाग भी है. विद्युत संयंत्रों से निकलने वाली राख कोरबा के लिए कलंक बन गई है. यह राख पिछले तीन दशक से कोरबा वासियों का जीना मुहाल कर रखी है . सर्वत्र व्याप्त इस राख पर उड़ने से नियंत्रण रखने के लिए बड़े-बड़े बांध बनाए गए हैं लेकिन उनकी क्षमता पूर्ण हो जाने के पश्चात यह राख कहीं भी फेंकी जा रही है. दूरदराज के क्षेत्रों को तो छोड़िए शहर के आसपास भी यह राख खाली जमीन पर डाल दी जा रही है. विद्युत संयंत्र प्रबंधकों पर नकेल ना होने के कारण यह ऐसे परिवहन कर्ताओं को राख फेंकने का काम सौंप देते हैं जो कहीं भी सड़क के किनारे ही राख फेंक कर रफूचक्कर हो रहे हैं. यह राख साइकिल चलने से भी उड़ कर आवागमन करने वालों के साथ ही आसपास रहने वालों की जिंदगी में जहर भर रही है