acn18.com जैजैपुर/जांजगीर-चांपा और शक्ति जिले मैं अर्थव्यवस्था का प्रमुख आधार खेती-बाड़ी है। यहां पर हजारों हेक्टेयर रकबा में किसानों के द्वारा मुख्य रूप से धान की फसल ली जाती हैं। समय के साथ किसानों ने उन्नति की है और यही कारण है कि अब यहां धान की कटाई मैनुअल तरीके के बजाय हार्वेस्टर से की जा रही है।
जैजैपुर इलाके में जहां तक नजर जाती है खेतों में कटाई के लिए आधुनिक संसाधन नजर आते हैं। पिछले कुछ वर्षों से कृषि क्रांति यहां पर देखने को मिल रही है। किसानों की आमदनी के जरिए बड़े हैं और उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है। कई कारणों से खेतों में काम करने वाले मजदूरों की कमी हो गई है इसलिए इसका विकल्प हार्वेस्टर ने ले लिया है। पंजाब और हरियाणा से हार्वेस्टर के साथ आने वाला वर्ग इस इलाके में धान की फसल की कटाई करने में लगा हुआ है। पंजाब के रहने वाले हरविंदर सिंह ने बताया कि कई वर्षों से यहां आना हो रहा है। दृष्टिकोण से यह चित्र उनके लिए अनुकूल है।
सरकारों के द्वारा खेती को बढ़ाने के लिए कई प्रकार की योजना चलाई जा रही है और किसानों को अनुदान भी दिया जा रहा है। सब्सिडी पर मिलने वाली सुविधाओं के जरिए किसानों ने अपने लिए सहूलियत बढ़ाई हैं और काम के बोझ को कम किया है।