acn18.com धमतरी/धमतरी जिले के दुगली वन क्षेत्र कुएं में गिरे तीन हाथियों का रेस्क्यू कर लिया गया है। चारगांव के किसान रमेश नेताम के खेत में बने कुएं में गुरुवार रात को 3 हाथी गिर गए थे। लोगों की सूचना पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारियों ने हाथियों को बाहर निकाल लिया है।
कुएं में हाथियों के गिरने की सूचना पर डीएफओ सहित वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने रात होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन सुबह शुरू करने का फैसला किया। सुबह करीब 5 बजे हाथियों को कुएं से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
क्षेत्र में 30 हाथियों का झुंड मौजूद
क्षेत्र में करीब 30 हाथियों का झुंड विचरण कर रहा है। खाने की तलाश में भटकर हाथी रमेश नेताम की खेत तक आ पहुंचे थे। इसी दौरान खेत के बीचों-बीच बने कुएं में तीन हाथ गिर गए थे। लोगों को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने तत्काल वन विभाग के अफसरों को इसकी सूचना दी।
रात होने के कारण नहीं हो पाया था रेस्क्यू
मौके पर पहुंचे वन विभाग के अफसरों ने कुएं के पास जेसीबी वाहन, सर्चिंग लाइट और लकड़ी की व्यवस्था कर ली थी। लेकिन सुरक्षा के दृष्टिकोण और रात होने के कारण हाथियों का रेस्क्यू करने में कई अड़चने आ रही थी। कुएं में गिरे हाथियों की स्थिति का मुआयना कर फिर सुबह रेस्क्यू शुरू करने का फैसला लिया गया।
जंगल की ओर चले गए तीनों हाथी
हाथियों को बाहर लाने के लिए कुएं में लकड़ी सौलर पैनल को डाला गया था। दो हाथी तो बाहर आ गए लेकिन तीसरा हाथी नहीं निकल पा रहा था, जिसे कुएं के एक छोर को जेसीबी से हटा कर निकाला गया। रेस्क्यू के बाद तीनों हाथी जंगल कीओर आगे बढ़ गए हैं।
धमतरी वन क्षेत्र में दो दलों में घूम रहे हाथी
हाल ही में धमतरी शहर और आसपास 36 जंगली हाथी पहुंचे थे जो दो ग्रुप में घूम रहे थे। ये शहर में नहीं घुसे थे, लेकिन शनिवार रात गंगरेल के पास से दो हाथी धमतरी की मोंगरागहन बस्ती में घुसे और रातभर घूमते रहे। थेइससे पूरी बस्ती में लोगों ने रात दहशत में गुजारी। धमतरी रेंजर के मुताबिक इन हाथियों ने 8 अक्टूबर को गंगरेल डूबान के अकलाडोंगरी व कोड़ेगांव के पास 66 वर्षीय किसान को कुचलकर मार डाला। इसके बाद दोनों मोंगरागहन बस्ती में पहुंच गए। रातभर घूमकर सुबह दोनों हाथी जंगल में चले गए। इस वजह से अब धमतरी से की आउटर बस्तियों और लगे गांवों में लोगों को सतर्क किया जा रहा है।
20 माह में 10 लोगों को कुचला
धमतरी जिले में घुसे हाथियों के दो दलों ने 20 महीने में 10 लोगों को कुचलकर मार डाला है। हाथियों ने पहले व्यक्ति को फरवरी 2021 में कुचला था। इसके बाद हर दूसरे माह में एक न एक व्यक्ति मारा जा रहा है।
3 दंतैल हाथी से दहशत में थे ग्रामीण
14 पहले धमतरी के गंगरेल डुबान में 3 दंतैल हाथी विचरण कर रहे थे। गुरुवार को एक दंतैल हाथी रेंगाराजा तुएगहन स्थित एक तालाब में सुबह अठखेलियां कर जंगल में चला गया। 2 दंतैल हाथी धमतरी और चारामा स्थित बॉर्डर पर विचरण कर रहे हैं।
वन विभाग के मैदानी टीम ने तुएगहन, बांधापारा, आडेकोना, सटियारा, कोड़ेगांव, जेपरा, पंडरीपानी, कोलियारी, अकलाडोंगरी, कलारबाहरा, उरपुटी, सिलतरा सहित चारामा रेंज के आसपास गांव को अलर्ट किया है। वहीं सिकासेर दल रिसगांव रेंज में है। इस रेंज के करीब 9 गांव में अलर्ट जारी हुआ है। हाथियों के खतरे को देखते हुए जिले के 25 गांवों में अलर्ट है।
33 हाथियों के दल ने रिसगांव रेंज में डाला डेरा
ओडिशा से आया 33 हाथियों का सिकासेर दल रिसगांव रेंज में 10 दिन से है। गुरुवार को दल ने आमझर, मुहकोट स्थित आबादी क्षेत्र के फसलों को रौंदकर कक्ष क्रमांक 279, 280, 277, 253, 254 में दिनभर विचरण किया। शाम 6.30 बजे लोकेशन कक्ष 254 में थी। आमझर, साल्हेभाट, जोगीबिरदो, मुहकोट, एकावारी, खल्लारी, गाताबाहरा, नयापारा में अलर्ट जारी है।