acn18.com सरगुजा/सरगुजा जिले में एक 30 वर्षीय विवाहित महिला से गैंगरेप की वारदात सामने आई है। घटना बतौली थाना क्षेत्र के ग्राम मुरताडांड़ में हुई। दोनों आरोपी सतलाल यादव और कलेश्वर कोरवा फरार हो गए हैं, जिनकी सरगर्मी से पुलिस तलाश कर रही है। इधर पीड़िता ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
SDOP सीतापुर ध्रुवेश जायसवाल ने बताया कि पीड़िता का आरोपियों के साथ जमीन विवाद चल रहा था। पीड़िता ने बताया कि घटना रविवार 23 अक्टूबर की है। वो किसी काम से सहायक सचिव के पास गई थी। रास्ते में लौटते वक्त गांव के ही रहने वाले सतलाल यादव और कलेश्वर कोरवा ने उसे रोक लिया। दोनों ने उसका मुंह बंद कर दिया और उसे लेकर झाड़ियों में ले गए। दोनों आरोपियों ने उसके साथ मारपीट, गालीगलौज और सामूहिक दुष्कर्म किया।
पीड़िता ने बताया कि आरोपियों ने किसी से घटना का जिक्र करने पर उसे जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने 2 घंटे तक उसे बंधक बनाकर रखा और इसके बाद छोड़ दिया। बाद में वो जैसे-तैसे अपने घर पहुंची और परिवारवालों को पूरी जानकारी दी।
पुलिस पर गंभीर आरोप
पीड़िता ने कहा कि वो अपने भाई के साथ 23 अक्टूबर को ही शाम साढ़े 7 बजे बतौली थाने रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए पहुंची, लेकिन वहां थाना प्रभारी ने उसे झूठा बताते हुए FIR दर्ज करने से इनकार कर दिया। पीड़िता ने आरोप लगाया कि थाना प्रभारी ने कहा कि उससे कहा गया कि तुम झूठ बोल रही हो, हम मारपीट की बात मान सकते हैं, लेकिन बलात्कार की बात झूठी है। पीड़िता ने कहा कि उसका मेडिकल भी नहीं कराया गया। वो मेडिकल कराए जाने के इंतजार में 4 दिनों से नहाई तक नहीं है।
पीड़िता ने कहा कि इंसाफ की तलाश में वो एसपी, कलेक्टर, आदिवासी थाने, बतौली थाने इन सबका चक्कर काट चुकी है। हालांकि 27 अक्टूबर को मामले में FIR दर्ज की गई है। ये भी बड़ा सवाल है कि रविवार को हुई घटना की रिपोर्ट लिखने में पुलिस को गुरुवार तक का इंतजार क्यों करना पड़ा। इधर सीतापुर एसडीओपी ध्रुवेश जायसवाल ने बताया कि मामला पंजीबद्ध कर लिया गया है और आगे की जांच की जा रही है।
मनेंद्रगढ़ में स्वास्थ्य अधिकारी से हुई थी रेप की वारदात
अभी पिछले हफ्ते ही मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (CHO) के साथ रेप किया गया था। नाबालिग आरोपी ने उप स्वास्थ्य केंद्र के अंदर महिला अधिकारी के हाथ-पैर बांधकर दुष्कर्म किया था। जबकि दो आरोपी उसका साथ दे रहे थे और इस पूरी घटना का वीडियो भी बनाया गया था। मुख्य आरोपी नाबालिग (17 वर्ष) ही था। पुलिस ने 3 को गिरफ्तार कर लिया था। घटना छिपछिपी गांव के झगराखांड थाना क्षेत्र में हुई थी।