acn18.com बेमेतरा/छत्तीसगढ़ में इस वर्ष 1 नवंबर से धान की खरीदी करने की घोषणा सरकार ने की है। इसके अंतर्गत सरकारी अमले के द्वारा जरूरी तैयारी की जा रही है। इसके बीच बेमेतरा जिले में बेमौसम बारिश के कारण किसानों की फसल को नुकसान पहुंचा है। आने वाले दिनों में क्या होगा, इसे लेकर किसान काफी चिंतित नजर आ रहे हैं।
खरीफ सीजन की मुख्य फसल धान का रकबा समय के साथ बढ़ रहा है और किसान इसके जरिए आय के स्रोत बढ़ाने की जुगत में लगे हुए हैं । धान की नई किस्म प्रयोग के साथ इसे उत्पादन के लिए शामिल करने का काम भी किया जा रहा है। लेकिन मौसम चक्र की गड़बड़ी के कारण किसानों की परेशानी हर बार की तरह इस बार भी छत्तीसगढ़ में बड़ी हुई है बेमेतरा जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बारिश होने के कारण काफी फसल चौपट हो गई है और अब इसमें मांहो का संकट पैदा हो गया है। जहां-तहां फसल पसरी हुई नजर आ रही है या फिर यह लगभग नष्ट हो गई है। किसानों ने इस पर चिंता जताई और अपेक्षा की है कि जल्द से जल्द इसका आकलन करने के साथ क्षतिपूर्ति की व्यवस्था सरकार करें।
आधुनिकीकरण के दौर में सभी क्षेत्रों में नई तकनीक विकसित की गई है और इसके माध्यम से मनुष्य ने अपने आपको एडवांस दिखाने का प्रयास किया है। लेकिन मौसम के आगे उसकी एक नहीं चल रही है और इस वजह से खास तौर पर कृषि क्षेत्र को काफी नुकसान हो रहा है। फिलहाल यही माना जा रहा है कि इस तरह के विषय अदृश्य शक्ति के द्वारा नियंत्रित हो रहे हैं।
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