acn18.com दंतेवाड़ा/ छ्त्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में अज्ञात लोगों ने किरंदुल-विशाखापट्टनम रेलवे ट्रैक पर पत्थर डाल कर मार्ग बाधित कर दिया। इस घटना में नक्सलियों की करतूत होने का अंदेशा लगाकर रेलवे ने ट्रेनों की आवाजाही पर रोक लगा दी।
रेलवे ने कुछ ट्रेनों को भांसी रेलवे स्टेशन पर ही रोके रखा। करीब 10 से 12 घंटे तक किरंदुल-विशाखापट्टनम रेलवे मार्ग बंद रहा। हालांकि, मंगलवार की सुबह कर्मचारियों ने मार्ग बहाल कर दिया है। ट्रेनों की आवाजाही दोबारा शुरू हो गई है। मामला भांसी क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, दंतेवाड़ा से बचेली रेलवे स्टेशन के बीच झिरका-बासनपुर के जंगल में पटरियों पर भारी संख्या में गिट्टी और पत्थर डाले गए थे। रात में किरंदुल से लौह अयस्क भरकर मालगाड़ी जब दंतेवाड़ा स्टेशन की तरफ आ रही थी तो घटना की जानकारी मिली। जिसके बाद ट्रेन के लोको पायलट ने इसकी जानकारी अफसरों को दी। ट्रेन को वापस भांसी स्टेशन पर बुला लिया गया। नक्सली करतूत होने के अंदेशे पर अफसरों ने इस मार्ग से चलने वाली सारी मालगाड़ियों को रोकने का निर्णय लिया।
सुबह पहुंचे कर्मचारी, मार्ग किया बहाल
इस मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। सुबह अफसर और जवान पहुंचे। जिसके बाद पटरियों से गिट्टी और पत्थर हटाकर मार्ग को बहाल कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि माल गाड़ियों की आवाजाही शुरू हो चुकी है। दरअसल, जिस जगह पर पत्थर डाले गए थे वह इलाका नक्सलियों का गढ़ है। अक्सर उसी जगह पर माओवादियों ने कई दफा रेलवे ट्रैक को अपना निशाना बनाया है। यात्री और पैसेंजर दोनों ट्रेनों को डिरेल कर चुके हैं।
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