उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह को बुधवार शाम एक बड़ी चट्टान पर चढ़कर हाथी से अपनी जान बचानी पड़ी। इस पूरे वाकये का VIDEO सामने आया है। पूर्व CM उस वक्त गढ़वाल के दौरे से कोटद्वार लौट रहे थे। सिद्धबली मंदिर के पास एक बड़े जंगली हाथी ने उनके काफिले का रास्ता रोक लिया। रावत 61 साल के हैं और वे 2017 से 2021 तक उत्तराखंड के CM रहे।
यह पूरा वाकया पूर्व CM के मीडिया सलाहकार दर्शन सिंह रावत ने भास्कर के साथ शेयर किया। उन्होंने बताया कि शाम करीब साढ़े पांच बजे जब उनका काफिला कोटद्वार के पास पहुंचा तब यह घटना घटी। काफिले की पायलट गाड़ी रुकी हुई थी, क्योंकि सामने सड़क पर एक विशालकाय हाथी खड़ा था।
हाथी ने रोका रास्ता, फिर पीछा भी किया
पायलट वाहनों ने हाथी के बगल से निकलने की कोशिश की, पर हाथी के तेवर देख वहीं थमी रहीं। कुछ ही देर में उनके पीछे पूर्व CM रावत की गाड़ी समेत अन्य गाड़ियां भी खड़ी हो गईं। सभी इस इंतजार में थे कि हाथी साइड से निकल जाएगा और काफिला आगे बढ़ जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हाथी तेजी से काफिले की ओर बढ़ने लगा। इस पर सभी गाड़ियां तेजी से रिवर्स जाने लगीं। इस पर हाथी ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया।
रावत समेत सभी नेता चट्टान पर चढ़ गए
खतरा बढ़ता देख सुरक्षाकर्मियों ने रावत को कार से उतारा और बगल में मौजूद एक पहाड़ी नाले की ओर ले गए, लेकिन हाथी ने इनके पीछे ही दौड़ लगा दी। इससे बदहवास सभी लोग वहां एक बड़ी सी चट्टान पर चढ़ गए। उनके पीछे-पीछे हाथी भी नाले में पहुंच गया। वह कुछ देर वहीं रुका रहा और चिंघाड़ता रहा। हाथी ने सूंड में पानी भरकर भी एक-दो बार उछाला। जैसे ही हाथी कुछ देर के लिए शांत हुआ, पूर्व CM समेत सभी लोग वहां कूदकर नीचे भागे और वाहनों में बैठकर सुरक्षित निकल गए।
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