रायपुर. सरकार ने 34 नई दवाओं को राष्ट्रीय आवश्यक दवा सूची में शामिल किया है. इसके साथ ही आवश्यक दवाओं की सूची में आने से संक्रमणरोधी दवा आइवरमेक्टिन, मुपिरोसिन और मोरोपेनेम के साथ ही कई कैंसर रोधी दवाएं, एंटीबायोटिक्स और टीकों की कीमत कम हो जाएगी. अब आवश्यक दवा की सूची में 384 दवाएं शामिल हो गई हैं. सरकार ने 34 नई दवाओं को सूची में शामिल किया, वहीं 26 को इससे हटाया है. हटाई गई दवाओं में रैनिटिडीन, सुक्रालफेट, व्हाइट पेट्रोलेटम, एटेनोलोल और मेथिल्डोपा जैसी दवाएं हैं. यह फैसला लागत प्रभावशीलता और बेहतर दवाओं की उपलब्धता के आधार पर किया गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को सूची जारी करने के बाद सोशल मीडिया पर लिखा, ‘आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची 2022 जारी की. इसमें 27 श्रेणियों में 384 दवाएं शामिल हैं.
ज्ञात हो कि केंद्र की मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में वर्ष 2015 में आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची जारी की थी . इसके बाद से लगातार स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से समय-समय पर आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची में संशोधन और बदलाव होते रहते हैं . कोरोना काल के चलते पिछले कुछ समय में इस सूची को लेकर काफी मंथन हुआ.
चार प्रमुख कैंसर रोधी दवाएं-बेंडामुस्टाइन हाइड्रोक्लोराइड, इरिनोटेकन एचसीआई ट्राइहाइड्रेट, लेनालेडोमाइड और ल्यूप्रोलाइड एसीटेट तथा मनोचिकित्सा संबंधी दवाओं-निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी और ब्यूप्रेनोर्फिन को भी लिस्ट में जोड़ा गया है. हालांकि, 26 दवाओं को संशोधित सूची से हटा दिया गया है. जिसमें रैनिटिडिन, सुक्रालफेट, व्हाइट पेट्रोलेटम, एटेनोलोल और मेथिल्डोपा जैसी अन्य दवाएं हैं. लागत प्रभावशीलता और बेहतर दवाओं की उपलब्धता के मापदंडों के आधार पर इन दवाओं को लिस्ट से बाहर किया गया है.