कोरबा .अपनी घोषणा के अनुसार चारपारा कोहड़िया के विस्थापितों ने एनटीपीसी में नौकरी देने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। इनका आरोप है कि 70 के दशक में एनटीपीसी ने 991 एकड़ जमीन अर्जित की थी और अब तक 269 परिवारों को नौकरी से वंचित रखा। कुछ लोगों को ही नौकरी देने के साथ एनटीपीसी ने पल्ला झाड़ लिया। इसलिए एनटीपीसी को आईना दिखाने का काम किया जा रहा है।
1 फिलहाल 8 परिवार धरना प्रदर्शन कर रहे है। इनमे महिलाओं ने भी मौजूदगी दर्ज कराई है। ये सभी इस बात से दुखी है कि एनटीपीसी ने उनके साथ छलावा किया। 4 दशक बाद भी हालात नही सुधर सके। byt प्रहलाद कैवर्त, भुविस्थापित
2 धरना में शामिल लक्ष्मण केवट ने बताया कि 307 परिवार की 991 एकड़ जमीन उस समय एनटीपीसी ने अर्जित की थी और सभी को नौकरी देना निश्चित किया था लेकिन ऐसा नहीं किया। चारपारा क्षेत्र में जो बसाहट दी गई थी उसमें वे लोग किसी तरह काम कर रहे हैं। नियम शर्तों के तहत एनटीपीसी ने यहां पर सामान्य सुविधा देने का काम जरूर किया है पर यह सब संतोषजनक नहीं है। लक्ष्मण कैवर्त, भुविस्थापित
3 प्रदर्शन कर रहे इन लोगों ने साफ तौर पर कहा है कि वह अपने जायज अधिकार की मांग कर रहे हैं और एनटीपीसी को यह देना ही होगा। नागरिकों का कहना है कि उनकी जमीन को अर्जित किए गए काफी समय हो गया है और कुल मिलाकर उनके साथ अन्याय हो रहा है। लोगों ने मन बनाया है कि अगर अभी भी उनकी मांग पूरी नहीं होती है तो वह दिल्ली जाकर प्रदर्शन कर सकते हैं