Acn18.com/कोरबा की दर्री पुलिस ने उन फर्जी व तथाकथित पत्रकारों के खिलाफ शिकंजा कसते हुए गिरफ्तार कर लिया है जिन्होंने एक कबाड़ व्यवसायी का भयादोहन कर दो लाख रुपयों की मांग की थी। पत्रकारिता को पेशा बनाकर उसकी आड़ में अवैध कृत्य को अंजाम देने वाले आरोपी अभिषेक कौशिक और सनी गुप्ता की शिकायत मिलने पर पुलिस ने सक्रियता दिखाई और दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उनके पास से एक चार पहिया वाहन को भी जप्त किया है।
दर्री पुलिस के कब्जे में मौजूद ये वहीं दो तथाकथित पत्रकार है,जो पत्रकारिता के पेशे को धूमिल कर अपने निजी स्वर्थों की सिद्धी में लगे हुए थे। इन्होंने सोचा,कि पत्रकारिता की आड़ में किसी का भी भयादोहन कर रातों रात अमीर बन जाएंगे लेकिन इनकी यह सोच पूरी तरह से गलत निकली और अमीर बनने के बजाए ये पहुंच गए जेल के सलाखों के पीछे। जी हां कटघोरा में रहने वाले अभिषेक कौशिक और सनी गुप्ता नाम के ये दो युवक पत्रकारिता को बदनाम करते हुए पिछले दिनों दर्री थाना क्षेत्र में एक कबाड़ व्यवसायी के ट्रक को रुकवाकर उनसे दो लाख रुपयों की मांग की। पत्रकार के नाम पर धब्बा इन युवकों ने पैसे ट्रांसफर करने के लिए बाकायदा अपना खाता नंबर भी दिया था लेकिन उन्हें क्या पता था,कि उनका यह दांव उनपर ही भारी पड़ जाएगा। ट्रक चालक सीधे दर्री थाने पहुंचा और पुलिस से शिकायत कर दी। पुलिस भी इस मामले को गंभीरता से लिया और अपराध कायम कर उन्हों दबोचकर थाना ले आई और भेज दिया जेल में।
कोरबा के साथ ही प्रदेश के सभी जिलों में इस तरह के पत्रकार कुकरमुत्ते की तरह उग गए है,जिन्हें पत्रकारिता की परिभाषा तक नहीं पता। फर्जी तरीके से खुद को पत्रकार बताकर ये अधिकारियों की जी हुजूरी कर न केवल पत्रकारिता को बदनाम कर रहे हैं बल्की उन सच्चे पत्रकारों को भी शर्मसार कर रहे हैं,जो वास्तव में पत्रकारिता को जीवंत रखे हुए है। पुलिस और जिला प्रशासन को ऐसे तथाकथित पत्रकारों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की जरुरत हैं,जो पत्रकारिता के नाम पर गाली से ज्यादा कुछ नहीं है।