ACN18.COM कोरबा / कोरबा के जिला अस्पताल में बीती रात एक बड़ी घटना घटी गई। शाॅर्ट सर्किट के कारण अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड की बिजली चली गई। समय पर आॅक्सीजन नहीं मिलने के कारण जहां एक नवजात बच्चे की जान चली गई वहीं दो बच्चों को असमय रिफर करना पड़ा। परिजनो का आरोप है,कि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाहीर से यह घटना सामने आई है। हालांकि मेडिकल काॅलेज के डीन ने लापरवाही की बात से साफ इंकार कर दिया है।
कोरबा के जिला अस्पताल में बीमार नवजात बच्चों को रखने के लिए बनाए गए एसएनसीयू वार्ड की बिजली बीती रात चली गई। आॅक्सीजन का प्रवाह रुकने के कारण जहां एक बच्चे की मौत हो गई वहीं दो की हालत बिगड़ने लगी जिसके कारण रात में ही उन्हें रिफर करना पड़ा। बताया जा रहा है,कि विशेष वार्ड में शाॅर्ट सर्किट के कारण यह स्थिती निर्मित हुई है,जिसके कारण घंटो तक वार्ड में बिजली की सप्लाई रुकी रही यही वजह है,कि बच्चों की हालत बिगड़ने पर उन्हें देर रात ही रिफर करने की सलाह दी गई। इस आपाधापी में दीपका निवासी अमित कुमार नामक व्यक्ति के बच्चे की जान चली गई जबकि दो अन्य बच्चों को बिलासपुर और कोरबा के निजी अस्पताल में भर्ती करना पड़ा।
इस विषय को लेकर हमने मेडिकल अस्पताल के डीन से बात की तब उन्होंने बताया,कि शाॅर्ट सर्किट के कारण विशेष वार्ड की बिजली जरुर चली गई थी। हालांकि कुछ समय के बाद पूरी व्यवस्था बहाल हो गई थी। एक बच्चे की मौत के मामले में उन्होंने जानकारी दी,कि बच्चा पहले से कमजोर था इस कारण उसकी जान चली गई। लापरवाही बात से उन्होनंे साफ इंकार कर दिया।
अस्पताल के डीन ने भले ही लापरवाही की बात से साफ इंकार कर दिया हो लेकिन वास्तविकता तो यह है,कि बिजली गुल होने की स्थिती में भारी-भरकम जनरेटर लगाया गया है लेकिन वह भी खराब पड़ा है यही वजह है,कि यह घटना घटी है। अस्पताल प्रबंधन को सारी व्यवस्था दुरुस्त रखने की जरुरत है ताकी विषम परिस्थितियों मेे किसी की जान न जा सके।