ACN18.COM कवर्धा। कवर्धा (कबीरधाम) / जिले में शनिवार देर शाम प्रयागराज से आ रही यात्री बस पलट गई। हादसे में दो बच्चियों की दबने से मौत हो गई, जबकि 20 से ज्यादा लोग घायल हैं। किसी तरह से अंदर फंसे यात्री खुद ही बाहर निकले। नेटवर्क की समस्या के चलते हादसे की सूचना पुलिस को करीब एक घंटे बाद मिल सकी। इसके बाद पुलिस पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। वहीं दोनों बच्चियों के शव नीचे ही दबे रहे। उन्हें 4 घंटे बाद निकाला जा सका। हादसा कुकदूर क्षेत्र में हुआ है।
जानकारी के मुताबिक, प्रयागराज से नंदिनी ट्रैवल्स की बस क्रमांक- MP 19 P 2356 सवारी लेकर शनिवार शाम बिलासपुर आ रही थी। बस में करीब 60 यात्री सवार थे। तेज रफ्तार बस शाम करीब 5.30 बजे आगरपानी मोड़ पर पहुंची तो बेकाबू होकर खाई में गिर गई। हादसे के बाद यात्रियों की चीख- पुकार मच गई, पर कहीं से मदद नहीं मिली। इस पर अंदर बैठे यात्री खुद ही किसी तरह बाहर निकले और अंदर फंसे लोगों को भी बाहर निकाला। इस दौरान बस के नीचे दबने से दो बच्चियों की मौत हो गई।
जब तक पुलिस और एंबुलेंस पहुंची लोग सड़क पर ही पड़े रहे।
हादसे के 1 घंटे बाद पहुंची पुलिस और एंबुलेंस
आगरपानी मोड़ पर जहां हादसा हुआ, वह कुकदुर से महज 10 किलोमीटर दूर है। मौसम खराब होने के कारण मोबाइल नेटवर्क की दिक्कत थी। इस कारण पुलिस को देर से सूचना मिली। घायलों को एंबुलेंस की मदद से कुकदुर और पंडरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। वहीं बच्चियों के शव को निकालने के लिए क्रेन बुलाई गई। रात करीब 9.30 बजे तक बच्चियों के शवों को बाहर निकाला जा सका। बस में सवार ज्यादातर लोग बिलासपुर, जांजगीर, मुंगेली जिले के रहने वाले हैं।
4 माह बाद फिर उसी जगह हादसा
कुकदूर क्षेत्र के बजाग-कुकदुर मार्ग पर पिछले 4 माह में यह दूसरा हादसा है। इससे पहले भी प्रयागराज से आ रही यात्री बस पलट गई थी। इसमें एक यात्री की मौत हो गई थी, जबकि 18 लोग घायल हुए थे। तब भी यही सामने आया था कि बस की रफ्तार काफी तेज थी। साथ ही यह भी पता चला था कि शहडोल का रूपचंद मंगलानी बस का मालिक था। उसकी पक्षीराज रोडवेज के नाम से ट्रेवेल कंपनी है। बस भी बिना यात्री परमिट के चल रही थी। टैक्स भी नहीं भरा गया था। हादसे के बाद कागजी कार्रवाई पूरी की गई थी।